मगध में जल संकट दूर करने को नीतीश कुमार का भागीरथ प्रयास, आज से राजगीर और कल से गया पीयेगा गंगाजल

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार दोपहर बाद तीन बजे राजगीर में अपने ड्रीम प्रोजेक्ट गंगाजल आपूर्ति योजना का लोकार्पण करेंगे. इसके बाद वे राजगीर शहर के 19 वार्डों के करीब 8031 घरों में पेयजल के लिए 'हर घर गंगाजल' की आपूर्ति का शुभारंभ भी करेंगे.

By Prabhat Khabar Print Desk | November 27, 2022 7:12 AM

पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार दोपहर बाद तीन बजे राजगीर में अपने ड्रीम प्रोजेक्ट गंगाजल आपूर्ति योजना का लोकार्पण करेंगे. इसके बाद वे राजगीर शहर के 19 वार्डों के करीब 8031 घरों में पेयजल के लिए ‘हर घर गंगाजल’ की आपूर्ति का शुभारंभ भी करेंगे. इसके साथ ही मुख्यमंत्री 28 नवंबर को गया और बोधगया में योजना का लोकार्पण करेंगे.

योजना के दूसरे चरण में नवादा में भी ‘हर घर गंगाजल’ पहुंचाने का लक्ष्य

योजना के दूसरे चरण में जून 2023 तक नवादा में भी ‘हर घर गंगाजल’ पहुंचाने का लक्ष्य है. मुख्यमंत्री ने ‘जल-जीवन-हरियाली’ के तहत गंगा नदी में बाढ़ के दौरान अतिरिक्त पानी को दक्षिण बिहार के जल संकट वाले शहरों ले जाकर पेयजल के रूप में उपयोग करने की योजना की परिकल्पना की. उनकी अध्यक्षता में दिसंबर 2019 में गया में हुई कैबिनेट की विशेष बैठक में ‘गंगा जल आपूर्ति योजना’ को मंजूरी दी गयी.

राजगीर में होगा लोकार्पण समारोह

राजगीर में लोकार्पण समारोह में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्यकर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी और जल संसाधन तथा सूचना और जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा के अलावा अनेक सांसद, विधायक व अन्य गणमान्य मौजूद रहेंगे. इस योजना को नीतीश कुमार का अब तक का सबसे चुनौतीपूर्ण ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है. इस प्रकार की परिकल्पना न इससे पहले किसी ने की थी, न अब तक गंगा के अतिरिक्त जल का ऐसा प्रबंधन किसी भी राज्य में हुआ है.

यह एक गेम चेंजर योजना : मंत्री

सूचना एवं जनसंपर्क सह जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में हुए ऐतिहासिक फैसलों एवं कार्यों की सूची बहुत लंबी है. उस सूची में अब ‘गंगा जल आपूर्ति योजना’ भी प्रमुखता से जुड़ गई है. कहीं बाढ़ तो कहीं सुखाड़ की स्थिति से जूझते बिहार के लिए गंगा जल आपूर्ति योजना एक ‘गेम चेंजर योजना’ साबित होगी. यह योजना नदी जल के सम्यक प्रबंधन और पर्यावरण के अनुकूल विकास का एक अनूठा उदाहरण है. यह योजना देश-विदेश के लिए नजीर बनेगी.

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