Agneepath Protest : मुजफ्फरपुर में युवाओं को उकसानेवाले ट्रेनर की है पुलिस को तलाश, पिता को मिली जमानत

अग्निपथ योजना के खिलाफ हुई आगजनी और तोड़फोड़ के लिए युवाओं को उकसाने वाले ट्रेनर की पुलिस को तलाश है. अब तक की जांच में पुलिस को यह जानकारी मिली है कि मुजफ्फरपुर में युवाओं की भीड़ को उकसाने में एक ट्रेनर रंजन दूबे की मुख्य भूमिका रही है.

By Prabhat Khabar Print Desk | June 23, 2022 3:33 PM

मुजफ्फरपुर. अग्निपथ योजना के खिलाफ हुई आगजनी और तोड़फोड़ के लिए युवाओं को उकसाने वाले ट्रेनर की पुलिस को तलाश है. अब तक की जांच में पुलिस को यह जानकारी मिली है कि मुजफ्फरपुर में युवाओं की भीड़ को उकसाने में एक ट्रेनर रंजन दूबे की मुख्य भूमिका रही है. रंजन दूबे ने ही युवाओं को भड़काकर भगवानपुर में भीड़ इकट्ठा की और फिर वहां आगजनी और तोड़फोड़ करने को कहा. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.

आर्मी भर्ती ट्रेनिंग सेंटर चलाते हैं रंजन दूबे

इधर, सदर थाने की पुलिस ने आर्मी भर्ती ट्रेनिंग सेंटर चलाने वाले रंजन दूबे के पिता सुबोध दूबे को मंगलवार को हिरासत से मुक्त कर दिया. उसके भाई राजेश कुमार ने सीजेएम कोर्ट में परिवाद दर्ज करा कहा कि 19 जून को सुबोध को सदर पुलिस पूछताछ के लिए ले गयी. उसके बाद से उसका कोर्ई पता नहीं चल रहा. फर्जी मामले में पुलिस उसे फंसा सकती है. इस आलोक में कोर्ट ने सदर थानेदार से जवाब-तलब किया है.

चक्कर चौक को जाम किया था

पुलिस अधिकारियों के अनुसार युवाओं ने पहले चक्कर चौक को जाम किया था, मगर रंजन दूबे ने उन्हें बवाल करने के लिए उकसाया. उसने प्रदर्शनकारियों को रेलवे या हाईवे पर आगजनी करने के लिए भड़काया. इसके बाद उपद्रवी चक्कर चौक से तोड़फोड़ करते हुए माड़ीपुर होते हुए भगवानपुर चौक पहुंच गये.

मुख्य आरोपी मानते हुए कर रही कार्रवाई

सदर थाना पुलिस रंजन दूबे को मुख्य आरोपी मानते हुए कार्रवाई कर रही है. इस केस में सरेंडर करने के लिए रंजन दूबे कोर्ट में अपने वकील के साथ पहुंचा था, हालांकि नामजद आरोपी नहीं होने के चलते उसने सरेंडर नहीं किया. फिर वह फरार हो गया. इसके बाद पुलिस की स्पेशल टीम ने उसके सोशल मीडिया अकाउंट खंगाले तो उसकी संलिप्तता सामने आयी. भगवानपुर चौक पर बवाल के आरोप में पकड़े गये दो युवकों से पूछताछ में उसका नाम सामने आया. पुलिस रंजन दूबे के करीबियों से पूछताछ में जुटी है. रंजन दूबे यूथ ट्रेनर है, जो सोशल मीडिया से युवाओं को गाइड कर रहा था.

सुबोध दूबे को हिरासत में लिया था

उधर, रंजन समझ कर पुलिस ने उसके पिता सुबोध दूबे को हिरासत में लिया था. इसके बाद इनकम टैक्स की टीम ने भी मिठनपुरा, काजीमोहम्मदपुर, सदर, अहियापुर थाना क्षेत्र स्थित कई कोचिंग संस्थानों पर पुलिस टीम ने छापेमारी की. दो कोचिंग से कागजात व रजिस्टर जब्त किए. शारीरिक प्रशिक्षण की तैयारी करानेवाले 7 प्रशिक्षकों की भूमिका संदेह के घेरे में है. पुलिस व एसटीएफ को हाथ लगे वहाटसएप ग्रुप पर हुई चैटिंग से विशेष टीम को अहम साक्ष्य मिले हैं.

कागजात की हो रही छानबीन

अग्निपथ के खिलाफ छात्रों को भड़काने के मामले में कोचिंग संस्थानों पर पुलिस की दबिश के साथ आयकर की कार्रवाई भी तेज हो गयी है. लगातार दूसरे दिन अधिकारियों ने सदर थाना के दूबे टोला स्थित आरडी फिजिकल ट्रेनिंग एकेडमी के संचालक रंजन दूबे के घर पर धावा बोला. आईटी की टीम ने आयकर सर्वे किया. कई कागजात ले गयी. विभाग के मुताबिक, कागजात की जांच चल रही है. एक दिन पहले भी आयकर की टीम ने पुलिस के साथ रंजन दूबे के घर पर कागजात खंगाले थे.

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