Muzaffarpur: सेंट्रल जेल में 105 मिनट तक डीएम और SSP ने की छापेमारी, 100 सिपाहियों ने ली हर वार्ड में की तलाशी

Muzaffarpur News: शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में डीएम सुब्रत कुमार सेन और एसएसपी सुशील कुमार ने सुबह औचक छापेमारी की. करीब दो घंटे चली जांच में कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली. अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने, रिक्त पद भरने, भवन सुधार, मुलाकाती व्यवस्था बेहतर करने और बंदियों के व्यावसायिक और शैक्षणिक कार्यक्रमों को मजबूत करने के निर्देश दिए. 

By Nishant Kumar | November 29, 2025 8:43 PM

Muzaffarpur News: शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में शनिवार की अहले सुबह जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन और एसएसपी सुशील कुमार के नेतृत्व में औचक छापेमारी की गई. इस दौरान कैदियों के बीच में अफरा- तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी. अहले सुबह 5:00 बजे से 6:45 बजे तक करीब पौने दो घंटे तक चली. 

छापेमारी में शामिल रहे ये अधिकारी 

छापेमारी दल में DM और SSP के अलावा सिटी SP कोटा किरण कुमार, SSP टाउन 1 सुरेश कुमार और शहरी थानेदारों के अलावा करीब 100 पुलिस जवान शामिल थे. उन्होंने जेल के सभी वार्ड, पाकशाला, हॉस्पिटल की गहन तलाशी ली लेकिन इस दौरान कोई भी आपत्तिजनक सामग्री बरामद नहीं हुई. 

DM और SP ने जेल प्रशासन को दिया निर्देश 

तलाशी खत्म होने के बाद डीएम ने जेल प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. सबसे पहले उन्होंने जेल में पदस्थापित सुरक्षाकर्मियों के पदस्थापन और प्रतिनियुक्ति हेतु कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा. साथ ही, गृहरक्षकों की प्रतिनियुक्ति के खाली पदों को जल्द भरने के लिए होमगार्ड के कमांडेंट को तत्काल पत्र लिखने का निर्देश दिया गया.

निर्माण कार्य को दिया निर्देश 

डीएम ने भवन निर्माण विभाग से समन्वय स्थापित कर जेल परिसर के संपूर्ण कार्यों की सूची प्राथमिकता के आधार पर बनाकर निर्माण कार्य करवाने को भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. इसके अलावा उन्होंने जेल में बंद अवासित बंदियों से मिलने आने वाले मुलाकातियों की व्यवस्था को और सुदृढ़ करने को कहा. 

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अपराधियों के इतिहास की सूची बनाने का दिया निर्देश 

डीएम ने यह भी निर्देशित किया कि सीमित बंदियों का आपराधिक इतिहास की सूची बनाई जाए. जेल के निरीक्षण के बाद डीएम ने कारा की साफ-सफाई, रखरखाव और प्रशासनिक व्यवस्था पर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने काराधीक्षक को बंदियों के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण, शैक्षणिक कार्यक्रम को बेहतर बनाने और महिला खंड में महिला बंदियों के लिए विभिन्न व्यावसायिक प्रशिक्षण दिए जाने का निर्देश दिया.