दो सौ से अधिक फुटेज की पड़ताल के बाद पीली बाइक से मिला अपराधी का सुराग
Clue of criminal found from yellow bike
कुढ़नी का रहने वाला विकास कुमार है अनुपम का रिश्तेदार, उसी ने पीले रंग की अपनी बाइक का लूट के बाद भागने के क्रम में किया था इस्तेमाल
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
शहर के रामदयालुनगर इलाके में 10 अप्रैल को कोलकाता ज्वेलर्स से 51 लाख के आभूषण लूट मामले में अपराधियों को पकड़ने में पुलिस काे कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. इस घटना में लाइनर की भूमिका निभाने वाले दो शातिर मुजफ्फरपुर के कुढ़नी थाना के रामपुर बलरा निवासी विकाश कुमार व समस्तीपुर जिला के मुसरीघरारी का रहने वाले अरविंद कुमार को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. इसमें से विकास कुमार इस घटनाक्रम के मास्टरमाइंड अनुपम झा का साला है. विकास मझौली धर्मदास में किराये के मकान में रहता था. उसी के पीले रंग की बाइक का लूट के बाद अपराधियों ने भागने के क्रम में प्रयोग किया था. घटना के संबंध में सदर थाने में प्राथमिकी के बाद स्पेशल टीम का गठन किया गया था. इसमें सिटी एसपी अवधेश सरोज दीक्षित, एएसपी टाउन भानु प्रताप सिंह, टाउन डीएसपी टू, सदर थाने की पुलिस, डीआइयू की टीम शामिल थी.
टीम ने शहर के विभिन्न इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरे का फुटेज खंगालना शुरू किया. इस दौरान टीम ने पाया कि मझौली धर्मदास मोहल्ले में पीले रंग की एक बाइक पर दो व्यक्ति करीब 12.15 में घुसे. इसके बाद उधर से लौटने के क्रम में एक व्यक्ति और उसी बाइक पर सवार था. उसके पीठ पर एक बैग भी था. पुलिस को यहीं से अपराधियों का सुराग लगा. यह बाइक अनुपम के साला विकास की थी. उस इलाके में जब पीले रंग की बाइक के बारे में लोगों ने पूछताछ की गयी तो लोगों ने उनके संबंध में जानकारी दी. लोगों ने बताया कि बीते कुछ दिनों से दोनों लाइनर विकास और अरविंद एक मकान में रह रहे हैं. दोनो को लोकेशन के आधार पर गिरफ्तार किया गया. दोनो ने पूछताछ के दौरान अनुपम और अन्य अपराधियों के बारे में जानकारी दी.
मास्टरमाइंड अनुपम के नाम से कोई डॉक्यूमेंट व बैंक खाता नहीं, प्रेमिका का मोबाइल करता था इस्तेमाल :
आभूषण लूट कांड का मास्टरमाइंड अनुपम झा इतना शातिर है कि उसने अपने नाम पर कोई डॉक्यूमेंट नहीं बनवाया है. उसके नाम पर बैंक में कोई खाता तक नहीं है. वह इन कार्याें के लिए अपनी प्रेमिका के बैंक खाता का प्रयोग करता था. साथ ही उसी के मोबाइल से गैंग के सदस्यों से टच में रहता था. घटना के बाद वह प्रेमिका, उसकी बेटी और प्रेमिका की मां के साथ कटरा स्थित वैष्णोदेवी मंदिर में दर्शन के लिए गया था. यहां भी पकड़ा न जाये इसके लिए उसने सोनू राज के नाम से टिकट लिया था. पुलिस को जब इसकी जानकारी मिली तो सीसीटीवी का फुटेज कटरा भेजा गया. वहां दर्शन के लिए जो पास अनुपम ने बनवाया था. उसमें उसकी तस्वीर लगी थी. स्कैनिंग के दौरान उसकी पहचान हो गयी. इसके बाद एसटीएफ की टीम आनन-फानन में कटरा पहुंची. वहां नवमी के कारण अत्यधिक भीड़ थी. इसके बाद भी टीम ने इंतजार किया और वहां से दर्शन कर लौटने के दौरान टीम ने उसे पकड़ा. वहां से बनारस लाकर उससे पूछताछ की गई. प्रेमिका और उसकी मां को भी हिरासत में लिया गया था. एसएसपी ने कहा कि उन्हें सत्यापन के बाद छोड़ा जा रहा है.