हिंदी को बढ़ावा देने के लिए होगा निदेशालय का गठन

मुजफ्फरपुर: हिंदी को बढ़ावा देने व अधिक से अधिक हिंदी का प्रयोग करने के लिए यूजीसी ने विशेष पहल शुरू की है. दिल्ली विवि के तर्ज पर बीआरए बिहार विवि में हिंदी माध्यम क्रियान्वयन निदेशालय के गठन की प्रक्रिया शुरू की गई है. इसमें निदेशक के साथ एक सचिव नियुक्त होंगे. साथ ही सलाहकार समिति […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 31, 2016 8:43 AM
मुजफ्फरपुर: हिंदी को बढ़ावा देने व अधिक से अधिक हिंदी का प्रयोग करने के लिए यूजीसी ने विशेष पहल शुरू की है. दिल्ली विवि के तर्ज पर बीआरए बिहार विवि में हिंदी माध्यम क्रियान्वयन निदेशालय के गठन की प्रक्रिया शुरू की गई है. इसमें निदेशक के साथ एक सचिव नियुक्त होंगे. साथ ही सलाहकार समिति के रूप में मौजूद सदस्य उनकी हिंदी में मदद करेंगे.
सिलेबस भी होगा हिंदी में
हिंदी को राष्ट्रीय पहचान देने के लिए इसकी योजना की शुरुआत की गई है. छात्रों की सुविधाओं को देखते हुए उनके सेलेब्स भी हिंदी में होंगे, जिससे की छात्राें को परेशानी न हो. क्योंकि अक्सर अंग्रेजी सहित अन्य भाषाओं में सेलेब्स होने की वजह से छात्रों को परेशान होना पड़ता है. इसकी वजह से यूजीसी ने यह निर्णय लिया है. इनमें राजनीति शास्त्र, समाज शास्त्र, इतिहास आदि की पुस्तकें शामिल है.
दिया जाएगा प्रशिक्षण
सरल और सुगम हिंदी के प्रयोग के लिए शिक्षकों सहित कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे की राजभवन सहित छात्रों को किसी भी पत्राचार की जानकारी हिंदी में दिया जा सके. इससे कर्मचारियों को हिंदी भी सरल होगी. साथ ही छात्रों को विशेष सुविधा मिलेगी.
इन जिलों में होगा कार्य क्षेत्र
निदेशक के गठन के बाद इसके कार्य क्षेत्र को बढ़ाया जाएगा. इसके लिए विवि ने अभी से कई जिलों को तय कर रखा है. इनमें मुजफ्फरपुर, वैशाली, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण तय किया है. निदेशालय की तरफ से इन जिलों के कॉलेजों में हिंदी को बढ़ावा देने के लिए विशेष अभियान चलाएगा.
हिंदी का अधिक से अधिक प्रयोग हो और हिंदी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हिंदी माध्यम क्रियान्वयन निदेशालय की स्थापना की जाएगी. दिल्ली विवि की तर्ज पर निदेशालय की स्थापना के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. अप्रैल माह में इसका गठन भी विवि में कर दिया जाएगा. दिल्ली में यह निदेशालय बेहद समृद्धि है. वहां 100 से अधिक पुस्तकों का हिंदी में सेलेब्स भी छप चुका है. डॉ सतीश कुमार राय, प्राॅक्टर

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