आंत फटने से मरा बाल कैदी

मुजफ्फरपुर: टकांड के कई मामलों के आरोपित रूपेश कुमार की मौत अत्यधिक पिटाई से हुई है. सोमवार को एसकेएमसीएच में डीएम के निर्देश पर तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड ने उसके शव का पोस्टमार्टम किया. बताया जाता है कि रूपेश के अंदरूनी अंग क्षतिग्रस्त थे. उसके दायें फेफड़े में जख्म के निशान मिले है. उसका आंत […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 19, 2014 7:10 AM

मुजफ्फरपुर: टकांड के कई मामलों के आरोपित रूपेश कुमार की मौत अत्यधिक पिटाई से हुई है. सोमवार को एसकेएमसीएच में डीएम के निर्देश पर तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड ने उसके शव का पोस्टमार्टम किया. बताया जाता है कि रूपेश के अंदरूनी अंग क्षतिग्रस्त थे.

उसके दायें फेफड़े में जख्म के निशान मिले है. उसका आंत भी फटा हुआ था. पोस्टमार्टम से जुड़े डॉक्टरों का कहना था कि प्रारंभिक जांच में पिटाई से रूपेश की मौत हुई है.

पोस्टमार्टम करने वाले मेडिकल बोर्ड में डॉ विजय कुमार प्रसाद, डॉ विपिन कुमार व डॉ रमेश चंद्रा शामिल थे. इधर, शव को पोस्टमार्टम में भेजे जाने से पहले दंडाधिकारी सह बोचहां के प्रखंड विकास पदाधिकारी रंजीत कुमार सिन्हा ने पूरे मामले की जांच की. उनकी निगरानी में ही पोस्टमार्टम कराया गया है. देर शाम पोस्टमार्टम के बाद नगर थानाध्यक्ष सुनील कुमार शर्मा ने शव को रूपेश के परिजनों के हवाले कर दिया है. मौके पर रूपेश के पिता कमलेश सिंह भी मौजूद थे. वे बिजली विभाग में ठेकेदारी करते हैं. यहां बता दें कि रूपेश को रविवार की शाम उल्टी होने की शिकायत पर सदर अस्पताल में भरती कराया गया था. उसके शरीर पर दर्जनों जख्म के निशान देख पुलिस को सूचना दी गयी थी. जांच में सभी जख्म पुराने बताये गये. उसकी पीठ पर जगह-जगह रॉड से पिटाई के निशान मिले थे, जबकि कमर के नीचे बने घाव को देख डॉक्टर का कहना था कि किसी गरम चीज से उसे दागा गया है. रूपेश मूल रूप से भभुआ के भगवानपुर थाना क्षेत्र के नवगढ़ के कमलेश सिंह का पुत्र था.

पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी
एसकेएमसीएच में रूपेश के शव का वीडियोग्राफी करा कर पोस्टमार्टम कराया गया है. इस दौरान नगर थानाध्यक्ष सहित एसआइ आरएन तिवारी व कंचन भाष्कर मौजूद थे. पुलिस का कहना है कि मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट आने पर ही पूरा मामला स्पष्ट हो पायेगा. इसके पूर्व रविवार की रात भी सदर अस्पताल में बाल कैदी के शव की पूरी वीडियो ग्राफी पुलिस की निगरानी में की गयी थी.

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