हार्डकोर नक्सली सुबोध बैठा ने किया आत्मसमर्पण
मुजफ्फरपुर : हार्डकोर नक्सली सुबोध बैठा ने शुक्रवार को एसएसपी जयंत कांत के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. वह तुर्की में मुजफ्फरपुर-हाजीपुर रेलखंड का निर्माण करनेवाली कंपनी के बेस कैंप पर हमला समेत दर्जनों नक्सली वारदात में शामिल रहा है. एएसपी अभियान विजय शंकर सिंह, स्पेशल ब्रांच के विनय कुमार सिंह व एसएसबी 32वीं बटालियन पारू […]
मुजफ्फरपुर : हार्डकोर नक्सली सुबोध बैठा ने शुक्रवार को एसएसपी जयंत कांत के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. वह तुर्की में मुजफ्फरपुर-हाजीपुर रेलखंड का निर्माण करनेवाली कंपनी के बेस कैंप पर हमला समेत दर्जनों नक्सली वारदात में शामिल रहा है. एएसपी अभियान विजय शंकर सिंह, स्पेशल ब्रांच के विनय कुमार सिंह व एसएसबी 32वीं बटालियन पारू के कंपनी कमांडर ऋतुराज के प्रयास से वह सरेंडर करने को तैयार हुआ. समर्पण के बाद पुलिस ने सुबोध को अपनी कस्टडी में ले लिया. पूछताछ के करने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.
सरैया थानाक्षेत्र के मड़वा पाकर निवासी हार्डकोर नक्सली सुबोध बैठा जोनल कमांडर रामप्रवेश बैठा व रोहित सहनी का करीबी रहा है. 2012-2017 के बीच उसने सरैया, कुढ़नी, मोतीपुर, बरूराज, तुर्की में आधा दर्जन से अधिक नक्सली वारदातों को अंजाम दिया. जेल जाने से पूर्व सुबोध ने पुलिस को बताया कि वह समाज की मुख्यधारा से जुड़ कर आमलोगों की तरह अपना जीवन यापन करना चाहता है. उसने कहा कि हमारे बच्चे भी दूसरों की तरह पढ़-लिख कर बड़ा आदमी बनें, इसी को लेकर मैंने आत्मसमर्पण किया है.
एसएसपी जयंत कांत ने बताया कि नक्सली सुबोध बैठा करीब 10 नक्सली मामलों में फरार चल रहा था. उसने आत्मसमर्पण कर दिया है. उसको हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया है. दो नक्सली वारदातों में उसे रिमांड पर लिया जाना है, इसकी कवायद जारी है.