वैशाख की गर्मी में पानी के िलए बेहाल हो रहे बेरई के 800 लोग

सौर ऊर्जा से चलता है पीएचईडी का मोटर पंप मुजफ्फरपुर : वैशाख की चिलचिलाती धूप और गर्मी के बीच एक ऐसा भी गांव है, जहां पानी ठंडक नहीं बल्कि तपिश का एहसास दिलाती है. कटरा प्रखंड के बेरई दक्षिणी गांव के 800 लोग रोज इस तपिश को अपने माथे पर उठाते हैं. गांव में लगी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 20, 2019 2:01 AM

सौर ऊर्जा से चलता है पीएचईडी का मोटर पंप

मुजफ्फरपुर : वैशाख की चिलचिलाती धूप और गर्मी के बीच एक ऐसा भी गांव है, जहां पानी ठंडक नहीं बल्कि तपिश का एहसास दिलाती है. कटरा प्रखंड के बेरई दक्षिणी गांव के 800 लोग रोज इस तपिश को अपने माथे पर उठाते हैं. गांव में लगी पीएचईडी की सरकारी टंकी सूरज के चढ़ने और उसके ढलने तक ही पानी देती है. इससे लोगों की दिनचर्या इसी के बीच बंधकर रह गयी है.
बेरई दक्षिणी के वार्ड नंबर तीन में पीएचईडी ने पिछले साल दो हजार लीटर की टंकी लगायी है. यह टंकी सामुदायिक भवन के पीछे एक मचान पर रखी है. टंकी में पानी भरने के लिए जो मोटर लगाया गया है, वह बिजली-बैट्री से नहीं, बल्कि सौर ऊर्जा से चलता है. जब तक सूरज की रोशनी उस पर पड़ती है, तब तक वह चलता है. इसके बाद बंद हो जाता है.
तीन वार्ड के लोग आते हैं पानी लेने : बेरई दक्षिणी के उप सरपंच हरेंद्र प्रसाद ने बताया कि नल से पानी भरने के लिए तीन वार्ड के लोग आते हैं. इसके अलावा वार्ड आठ व नौ के लोग भी पानी लेते आते हैं. दूसरे वार्ड में जो चापाकल लगे थे, वे सूख गये हैं. इसलिए पानी के लिए वार्ड नंबर तीन में लगा नल ही सहारा है.
वार्ड सदस्य भी आकर भरती हैं पानी: वार्ड नंबर नौ की सदस्य रीता देवी भी वार्ड तीन में दोपहर तीन बजे पानी भर रही थीं. उन्होंने कहा कि नौ नंबर वार्ड में नल-जल योजना के तहत पानी का पाइपलाइन नहीं बिछायी गयी है. पानी की समस्या की कई बार शिकायत की गयी, लेकिन कुछ नहीं होता है. वार्ड नंबर नौ के ही नवीन कुमार ने कहा कि हमलोगों पानी के लिए तीन नंबर वार्ड पर ही आश्रित हैं.

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