मुजफ्फरपुर में बड़े वाहनों का परिचालन रोका गया
मुजफ्फरपुर : उत्तर बिहार में बाढ़ की भयावहता बनी हुई है. बूढ़ी गंडक का पानी मुजफ्फरपुर शहर के कुछ इलाकों में घुस गया है. शहर की लाइफ लाइन अखाड़ाघाट पुल पर बड़े वाहन का प्रवेश रोक दिया मुजफ्फरपुर में बड़े वाहनों… गया है. उधर हायाघाट रेल पुल पर बागमती के पानी के दबाव कारण समस्तीपुर-दरभंगा […]
मुजफ्फरपुर : उत्तर बिहार में बाढ़ की भयावहता बनी हुई है. बूढ़ी गंडक का पानी मुजफ्फरपुर शहर के कुछ इलाकों में घुस गया है. शहर की लाइफ लाइन अखाड़ाघाट पुल पर बड़े वाहन का प्रवेश रोक दिया
मुजफ्फरपुर में बड़े वाहनों…
गया है. उधर हायाघाट रेल पुल पर बागमती के पानी के दबाव कारण समस्तीपुर-दरभंगा रेल पर ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया है. पूर्वी चंपारण में शनिवार को मेहसी प्रखंड में पानी घुस गया. सीतामढ़ी में लखनदेई ने तबाही मचायी है. मधुबनी के बेनीपट्टी की दर्जनभर पंचायतों का संपर्क कट गया है. शनिवार को बाढ़ में डूब कर 17 की मौत हो गयी.
पूर्वी चंपारण में आयी बाढ़ एक सप्ताह से तांडव मचा रही है. शनिवार तक जिले के 21 प्रखंडों की 213 पंचायतों की 20 लाख की आबादी प्रभावित हुई है.
मधुबनी में कोसी, कमला, भूतही बलान नदियों की जलस्तर में बीते तीन दिनों से कमी हो रही है. जिससे अब उन जगहों पर भी बचाव एवं राहत काम शुरू हो गया है. जहां पर नहीं पहुंच सका था. इधर, बाढ़ से अब करीब 7.5 लाख लोग प्रभावित हो गये हैं. यह आंकड़ा दिन व दिन बढ़ता जा रहा है. शुक्रवार को प्रभावित लोगों की संख्या करीब छह लाख थी. नदियों के जल स्तर में कमी को देखते हुए राहत एवं बचाव कार्य तेज कर दिये गये हैं. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ ही सेना के जवान भी पूरी तरह बाढ़ में बचाव एवं राहत में लगे हुए हैं. शनिवार को बाढ़ के पानी में डूबने से फिर तीन लोगों की मौत हो गयी. इसके साथ ही बाढ़ में मरने वालों की संख्या 14 हो गयी है.