मांगों पर पहल नहीं होने पर स्वच्छताकर्मियों ने दी हड़ताल की चेतावनी
लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत कार्यरत तारापुर के स्वच्छता पर्यवेक्षकों और स्वच्छताकर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार को चेतावनी दी है
तारापुर. लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत कार्यरत तारापुर के स्वच्छता पर्यवेक्षकों और स्वच्छताकर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार को चेतावनी दी है. कर्मियों का कहना है कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो 20 अगस्त को पटना में एक दिवसीय धरना देंगे. स्वच्छताकर्मियों का कहना है कि हाल ही में ग्रामीण विकास विभाग ने उनका मासिक मानदेय 7,500 रुपये से बढ़ाकर केवल 9,000 रुपये किया है, जो आज की महंगाई में न्यूनतम मजदूरी से भी कम है. सबसे बड़ी नाराजगी इस बात को लेकर है कि सरकार ने उन्हें अंशकालिक कर्मचारी घोषित कर दिया है. जबकि उनसे पूरे दिन का काम लिया जाता है. स्वच्छताकर्मियों और पर्यवेक्षकों की मुख्य मांग है कि अंशकालिक से हटाकर पूर्णकालिक कर्मचारी का दर्जा दिया जाय. साथ ही संविदा लागू करें. वहीं पंचायती राज विभाग के पत्र के अनुसार पर्यवेक्षकों को 20 हजार रूपये और कर्मियों को उचित मानदेय दिया जाय. कार्यकाल 60 वर्ष निर्धारित करें, मानदेय का भुगतान बिहार रूरल डेवलपमेंट सोसायटी से करना तथा बकाया भुगतान शीघ्र करें. ड्यूटी के दौरान किसी कर्मचारी की मृत्यु पर आश्रित को नौकरी व आर्थिक सहायता दी जाय. इन्हीं मांगों को लेकर स्वच्छताकर्मी आगामी 20 अगस्त को पटना में धरना देंगे.
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