मौसम बदलते ही बढ़ने लगे डायरिया के मामले, एक माह में आये 418 मरीज
मुंगेर जिले में गर्मी, बारिश और बाढ़ के बाद ठंड के दिनों में सबसे अधिक दस्त व डायरिया के मामले बढ़ जाते हैं.
मुंगेर. मुंगेर जिले में गर्मी, बारिश और बाढ़ के बाद ठंड के दिनों में सबसे अधिक दस्त व डायरिया के मामले बढ़ जाते हैं. जिसे सदर अस्पताल में भर्ती हो रहे मरीजों के आंकड़े को देख कर ही समझा जा सकता है. इधर मौसम बदलते के साथ ही सदर अस्पताल में एक बार फिर डायरिया के मामले बढ़ने लगे हैं. सितंबर माह से अबतक सदर अस्पताल में दस्त व डायरिया के कुल 418 मरीज इलाज के लिए भर्ती हो चुके हैं. हालांकि लगातार त्योहार होने के कारण मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं हो रहे हैं.
मुंगेर जिले में जहां जनवरी से मार्च तक ठंड के कारण दस्त व डायरिया के मामले बढ़ जाते हैं. वहीं अप्रैल से लेकर जून तक बेतहाशा गर्मी के कारण इसके मामले बढ़ते हैं. वहीं जुलाई और अगस्त के बीच बाढ़ के कारण अक्तूबर माह तक डायरिया के मामले बढ़ जाते हैं, जबकि दोबारा नवंबर से दिसंबर के बीच ठंड के कारण इसके मामले बढ़ते हैं. जिसके कारण ही सदर अस्पताल में वर्तमान में भी डायरिया के मामले बढ़ गये हैं. इसका अंदाजा केवल इसी बात से लगाया जा सकता है कि 25 सितंबर से 24 अक्तूबर के बीच सदर अस्पताल में कुल 418 डायरिया के मरीज भर्ती हुए हैं.पर्व के कारण वार्ड में नहीं टिक रहे मरीज
वैसे तो मौसम बदलने के साथ भले ही दस्त व डायरिया के मामले काफी अधिक बढ़ गये हैं, लेकिन पर्व का समय होने के कारण अस्पताल में मरीज टिक नहीं रहे हैं. सितंबर माह से अबतक सदर अस्पताल में जहां डायरिया के कुल 418 मरीज इलाज के लिए आये हैं. वहीं दुर्गा पूजा, दीपावली और अब छठ पर्व होने के कारण मरीज केवल दवा और स्लाइन के बाद घर चले जा रहे हैं, जिससे अस्पताल में लामा के मामले भी बढ़े हैं. वहीं इसे लेकर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ निरंजन कुमार ने बताया कि मौसम बदलने के कारण कई बार डायरिया के मामले बढ़ जाते हैं. ऐसे में लोगों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
