तिलडीहा मंदिर में श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब
तिलडीहा मंदिर में श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब
तारापुर. शरद नवरात्र के पहले दिन, भक्तों ने देवी दुर्गा के पहले रूप की पूजा-अर्चना की. उन्होंने मंदिरों व घरों में पवित्र कलश स्थापित किया. दुर्गा सप्तशती का पाठ किया. इस क्षेत्र के ऐतिहासिक तिलडीहा दुर्गा मंदिर में, कलश स्थापना के लिए एक लाख से अधिक भक्त गंगाजल लेकर मंदिर पहुंचे. बड़ी संख्या में भक्तों के आने से रविवार शाम से सोमवार दोपहर तक ट्रैफिक में व्यवधान रहा.
हजारों श्रद्धालुओं ने तिलडीहा मंदिर में जमा किया गंगा जल
सोमवार की अहले सुबह से ही हजारों श्रद्धालु सुल्तानगंज उत्तरवाहिनी गंगा से गंगाजल लेकर माता तिलडीहा मंदिर पहुंचने लगे. जय मां तिलडीहा वाली, जय माता दी आदि नारे के साथ हजारों श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर में गंगाजल जमा किया. मंदिर के व्यवस्थापक द्वारा बार-बार सूचना प्रसारित की जा रही थी कि गंगाजल का मंदिर में कोई कार्य नहीं है. फिर श्रद्धालु गंगाजल जमा करने को लेकर जमे रहे. इस दौरान तिलडीहा जाने वाली मार्ग में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. तिलडीहा मंदिर, धौनी के बंगाली काली मंदिर, मोहनगंज दुर्गा मंदिर में ब्राह्मणों द्वारा बदुआ नदी से घड़ियाल व घड़ीघंट बजाते हुए कलश लाया गया. तत्पश्चात मंदिर में कलश स्थापित कराया गया. इसके बाद मंदिर परिसर में दुर्गा सप्तशती के पाठ गूंजने लगे.
विधि व्यवस्था को लेकर मुश्तैद दिखे अधिकारी व पुलिस बल
एसडीओ राकेश रंजन कुमार ने कहा कि मुख्य मंदिर बांका जिला से सटे सीमा क्षेत्र में पड़ता है. विधि व्यवस्था संधारण में तारापुर प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ती है. मेला का क्षेत्र व श्रद्धालुओं का मुख्य आवागमन इसी क्षेत्र से होता है. उन्होंने गोगाचक नहर मोड़ से बदुुआ नदी पुल तक मेला के लिए लगाए जाने वाले दुकानों को मुख्य सड़क से 10 फीट हटकर दुकान लगाने का निर्देश दिया. श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो, इसे लेकर तारापुर थानाध्यक्ष राजकुमार पुलिस बल के साथ मुश्तैद रहे. बड़े वाहनों को गोगाचक के पास ही रोक दिया गया. तिलडीहा जाने वाले मार्ग में पांच जगहों पर ड्रॉप गेट बनाया गया. जहां दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात थे. उर्दू चौक, तिलडीहा मोड़, मध्य विद्यालय तारापुर के आगे, गोगाचक धर्मशाला एवं हनुमान मंदिर कांवरिया पथ, बदुआ नदी पुल के पास सशस्त्र बल के साथ दंडाधिकारी मौजूद रहे. जबकि बीडीओ प्रशांत कुमार, सीओ संतोष कुमार व्यवस्था की निगरानी करते रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
