नहीं हुई सफाई, तो कभी भी फैल सकती है महामारी

मुंगेर: एक ओर नगर निगम द्वारा नियमित नालों एवं कूड़ों की सफाई नहीं की जाती है वहीं शहर के छोटी केलाबाड़ी स्थित बिहार शिक्षा परियोजना कार्यालय के समीप कूड़ों का अंबार लगा है. नालों की भी नियमित सफाई नहीं होने से नाले का पानी ओवर फ्लो हो जाता है. जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों व राहगीरों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 8, 2015 8:29 AM

मुंगेर: एक ओर नगर निगम द्वारा नियमित नालों एवं कूड़ों की सफाई नहीं की जाती है वहीं शहर के छोटी केलाबाड़ी स्थित बिहार शिक्षा परियोजना कार्यालय के समीप कूड़ों का अंबार लगा है. नालों की भी नियमित सफाई नहीं होने से नाले का पानी ओवर फ्लो हो जाता है. जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों व राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है.

शहर के छोटी केलाबाड़ी, श्रवण बाजार नंदकुमार पार्क, शादीपुर, बेकापुर एसबीआइ के समीप कूड़ों का अंबार लगा है. कूड़ा भी इस कदर सड़क पर फैला है कि बिना चढ़ कर पार करना मुश्किल है. कूड़े से उठने वाले बदबू भी लोगों को नाक पर रूमाल रखने को मजबूर कर दिया है. ऐसी स्थिति में कभी भी महामारी फैल सकती है. जबकि उसी जगह गोयनका मातृ सदन अस्पताल है. जहां रोजाना दर्जनों की संख्या में महिलाएं इलाज कराने पहुंचती है.

बावजूद नियमित सफाई नहीं होना नगर निगम प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है. बताया जाता है कि अस्पताल के समीप ही गोयनका धर्मशाला है जहां शादी-विवाह की पार्टियां मनायी जाती है. उस दौरान धर्मशाला से निकलने वाले कचड़े भी अस्पताल के समीप ही फेंक दिये जाते हैं और जानवरों के विचरण करने से कचरा बीच सड़क पर फैल जाता है. जिससे स्थानीय लोगों के साथ ही आने-जाने वाले राहगीरों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. स्थानीय निवासी प्रकाश सिंह, रंजीत सिंह, ओमप्रकाश यादव, राजीव रंजन सिन्हा, डॉ माधव प्रसाद सिंह ने बताया कि नियमित कूड़े का उठाव नहीं होता है. साथ ही नालों की सफाई नहीं होने से पानी ओवर फ्लो होकर बीच सड़क बहता है. थोड़ी सी बारिश हो जाती है तो स्थिति और भी नारकीय हो जाती है. जिससे पैदल चलना लोगों के लिए परेशानी का सबब बन जाता है. उन्होंने कहा कि वार्ड पार्षद भी इस ओर कोई ध्यान नहीं देते हैं.

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