पहली बार छठ करने जा रही थी शांति, उजड़ा घर-संसार, दर्जनभर परिवार में नहीं होगा छठ

बरियारपुर / मुंगेर : जिले के बरियारपुर थाना क्षेत्र के दीवानी टोला गांव निवासी देवेंद्र कुमार का 15 वर्षीय पुत्र विवेक कुमार और भोकरन दास के 27 वर्षीय पुत्र सियाराम कुमार दास का गंगा में डूबने से हुई मौत से परिजनों में शोक है. छठ घाट बनाने के दौरान चाचा-भतीजे की मौत से उनके परिवार […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 1, 2019 5:09 PM

बरियारपुर / मुंगेर : जिले के बरियारपुर थाना क्षेत्र के दीवानी टोला गांव निवासी देवेंद्र कुमार का 15 वर्षीय पुत्र विवेक कुमार और भोकरन दास के 27 वर्षीय पुत्र सियाराम कुमार दास का गंगा में डूबने से हुई मौत से परिजनों में शोक है. छठ घाट बनाने के दौरान चाचा-भतीजे की मौत से उनके परिवार में इस साल छठ नहीं होगा. इनके परिवार के साथ-साथ इनके करीब दर्जनभर गोतिया के परिवार में भी इस बार छठ पर्व नहीं मनाया जा रहा है. पूरा गोतिया शोक की लहर में डूबा है.

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जानकारी के अनुसार, चाचा-भतीजे की मौत से उनके परिजनों समेत गोतिया के परिवार में शोक है. इनके गोतिया रामदास, देवेंद्र दास, अर्जुन दास, गिरजानंद दास, लक्ष्मण दास आदि के यहां छठ व्रत होता रहा है. इनके पूरे गोतिया में 30 सूप छठी मइया को चढ़ाया जाता रहा है. पूरे गोतिया में तीन महिलाएं छठ पर्व करती हुई सभी सूपें उठाती थीं. वह तीनों महिलाएं रिंकू देवी, विमला देवी एवं आशा देवी हैं, जो अपने पूरे गोतिया का सूप उठाती थी. इनमें मृतक सिया राम कुमार दास का भी सूप उन्हीं महिलाओं द्वारा उठाया जाता था, परंतु इस बार मृतक सियाराम कुमार दास की पत्नी शांति देवी खुद इस बार अपना सुप उठानेवाली थी, परंतु भगवान ने उनसे मौका छीन लिया. क्योंकि, इस पूरे गोतिया में जो पहली बार चौथी महिला शांति देवी छठ पर्व करती, इनके पति और भतीजा के साथ छठ घाट बनाने दीवानी टोला के पीछे गंगा घाट गये थे. लेकिन, छठ पर्व की उमंग के साथ-साथ जीवन की नैया ही इनकी डूब गयी. खरना की तैयारी इन परिवारों द्वारा की जा रही थी और छठ पर्व के लिए भी पूजा-सामग्री खरीदी जा चुकी थी, जो अब इस पर्व के लिए किसी काम का नहीं रहा.

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