जमालपुर : रूट रीले इंटरलॉकिंग से यात्री परेशान, राजस्व का नुकसान

जमालपुर : जमालपुर में पिछले तीन दिनों से चल रहे रूट रीले इंटरलॉकिंग के काम से ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से ठप है. इससे यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है. पटना और दिल्ली जाना मुश्किल हो गया है. मुंगेर एवं जमालपुर के यात्रियों को किऊल या भागलपुर से ट्रेन पकड़नी पड़ रही है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 23, 2018 8:07 AM
जमालपुर : जमालपुर में पिछले तीन दिनों से चल रहे रूट रीले इंटरलॉकिंग के काम से ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से ठप है. इससे यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है. पटना और दिल्ली जाना मुश्किल हो गया है. मुंगेर एवं जमालपुर के यात्रियों को किऊल या भागलपुर से ट्रेन पकड़नी पड़ रही है.
रेल प्रशासन ने मुंगेर-खगड़िया-बेगूसराय के बीच भी ट्रेन को पूरी तरह बंद कर रखा है. इधर इंटरलॉकिंग को लेकर 24 घंटे कार्य चल रहा. सूचना है कि रविवार तक वाइलेग ट्रेन परिचालन के लिए फीट कर दिया जायेगा. गुरुवार की सुबह डिस्मेंटल कार्य शुरू हुआ था और उसी दिन लगभग 160 वर्ष पुराने जमालपुर के वेस्ट केबिन को ध्वस्त भी कर दिया गया. जानकारी के अनुसार, रतनपुर और मुंगेर रेलखंड पर स्थित जमालपुर के वाई लेग का नाॅन इंटरलॉकिंग कार्य 24 सितंबर तक पूरा कर लेने का लक्ष्य था. लेकिन एक दिन पहले ही 23 सितंबर को इस वाई लेग को ट्रेन परिचालन के लिए फिट घोषित किया जायेगा. उपमुख्य अभियंता (निर्माण) जितेंद्र कुमार ने बताया कि रविवार पूर्वाह्न 11:00 बजे तक इस कार्य को पूरा कर लिया जायेगा.
मेल सर्विस रोडवेज के भरोसे
नॉन इंटरलॉकिंग को लेकर ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया या रूट डायवर्ट किया गया है. इसके कारण 29 सितंबर की मध्य रात्रि तक कोई भी ट्रेन जमालपुर नहीं पहुंचेगी. रेलवे के मेल सर्विस (आरएमएस) को भी रोडवेज का सहारा लेना पड़ा है. हालांकि, जमालपुर में मेल शाउटिंग का कार्य वर्षों पहले बंद कर किऊल आरएमएस को जिम्मेदारी सौंपी गयी है. लेकिन, किऊल आरएमएस से छंटनी होकर मुंगेर जिले के विभिन्न डाकघरों तक पहुंचने वाले डाक को सामान्य तौर पर चिन्हित ट्रेनों में लगे आरएमएस डब्बे से यहां भेजने का प्रावधान था़ ट्रेनों का परिचालन बंद होने से किऊल आरएमएस से सड़क से डाक को जमालपुर के प्लेटफाॅर्म संख्या एक पर स्थित आरएमएस कार्यालय भेजा जाता है.

Next Article

Exit mobile version