कैथी, फारसी, व अरबी लिपि के नहीं मिल रहे अनुवादक

एजेंसी के पास इन भाषाओं को हिंदी या अंग्रेजी में अनुवाद करने के लिए कोई अनुवादक ही नहीं मिला.

By Prabhat Khabar Print | April 22, 2024 9:57 PM

मोतिहारी.अवर निबंधन कार्यालय मोतिहारी के अभिलेखागार (रिकॉर्ड रूम) में रखे गये सालों पुराने दस्तावेजों का डिजिटलाइजेशन रुक गया है. विभाग से अधिकृत एजेंसी ने काम छोड़ कर वापस लौट गयी है. इससे अभिलेखागार में नष्ट हो रहे पुराने डॉक्यूमेंट को सुरक्षित करने की सरकारी प्रयास को बड़ा झटका लगा है. अभिलेखागार में रखे बिटिया के कुछ दस्तावेज को बेतिया भेज दिया गया है,कुछ दस्तावेज का कंप्यूटराइजेशन प्रक्रिया शुरू हुई थी इस बीच अनुवाद में परेशानी को ले एजेंसी ने काम छोड़ दिया.बहत दस्तावेज अरबी, फारसी, उर्दू व कैथी भाषा में है, जिसे पढ़ना मुश्किल है. बताया जाता है कि एजेंसी के पास इन भाषाओं को हिंदी या अंग्रेजी में अनुवाद करने के लिए कोई अनुवादक ही नहीं मिला. इस कारण एजेंसी ने रजिस्टर्ड दस्तावेज का डिजिटलाइजेशन कर विभागीय पोर्टल भूमि जानकारी डॉट कॉम पर अपलोड कर बाकी को छोड़ दिया है. फिलहाल, काम बंद है. अब फैसला विभाग के स्तर से होना है. जिला अवर निबंधन संजय कुमार ने बताया कि पहले के एजेंसी ने काम छोड़ दिया है, ऐसे में नए सिरे से एजेंसी के लिए टेंडर होगा.स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि अनुवादक के बिना पुराने दस्तावेजों को पढ़ना मुश्किल है. जमीन के दस्तावेज रिकॉर्ड रूम के साथ लोगों के घरों में भी मौजूद है. फिर भी उस पर दूसरे लोगों का कब्जा है. किसकी जमीन है. इस संबंध में जमीन मालिक को भी जानकारी नहीं है. बाद में किसी माध्यम से जब जानकारी मिलती है. तब तक अधिकतर जमीन पर निर्माण हो चुका होता है. ऐसे में विवाद होने पर मामला थाना और कोर्ट तक पहुंच रहा है. जिला अवर निबंधक संजय कुमार ने कहा कि पुराने डॉक्यूमेंट के डिजिटलाइजेशन का वर्क तत्काल रुक गया है.एजेंसी ने विभागीय स्तर पर नयी एजेंसी की चयन की प्रक्रिया होनी है. अरबी, फारसी, उर्दू और कैथी भाषा में पुराने रजिस्टर्ड दस्तावेज होने के कारण पढ़ने में कुछ दिक्कतें आ रही है. जल्द से जल्द एजेंसी चयन की प्रक्रिया पूरी की जायेगी.

Next Article

Exit mobile version