रिटायर्ड कर्मी व अधिकारी कर रहे रतजगा, पुलिस मौन

बाबूबरही : थाना क्षेत्र के सतघारा गांव के बुजुर्ग इन दिनों परेशानी से जूझ रहे हैं. बुढापे में दवा खाकर आराम से सोने के बदले रातों को टॉर्च लेकर अपने घर के आगे पीछे घूमते रहते हैं. इससे इनकी सेहत पर भी प्रभाव पड़ रहा है. वहीं इन बुजुर्गों के परिजन भी परदेस में चिंतित […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 17, 2018 12:49 AM

बाबूबरही : थाना क्षेत्र के सतघारा गांव के बुजुर्ग इन दिनों परेशानी से जूझ रहे हैं. बुढापे में दवा खाकर आराम से सोने के बदले रातों को टॉर्च लेकर अपने घर के आगे पीछे घूमते रहते हैं. इससे इनकी सेहत पर भी प्रभाव पड़ रहा है. वहीं इन बुजुर्गों के परिजन भी परदेस में चिंतित हैं. दरअसल बीते कुछ माह से सतघारा गांव में चोर ने आतंक मचा कर रख दिया है. बीते छह माह में जहां करीब दो दर्जन से अधिक घरों में चोरी हो चुकी है, वहीं हर रात कहीं न कहीं चोर चोरी के फिराक में आ रहे हैं. इन चोरों को पकड़ने एवं गांव में सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराने में पुलिस प्रशासन पूरी तरह से विफल रही है.

गत 17 जनवरी की रात चोरों ने एक साथ चार घरो में चोरी की घटना का अंजाम देकर तकरीबन पांच लाख रुपये मूल्य के नकद, जेवरात, कपड़ा सहित अन्य सामान की चोरी कर लिया था. इस कांड में स्वान दस्ता दल सहित अन्य पुलिस बल गांव को दौरा कर चुके हैं. किन्तु अव तक चोरी की घटना का खुलासा नहीं हो सका. तकरीबन छह माह में बाबूबरही थाना क्षेत्र में दो दर्जन से अधिक चोरी की घटना घट चुकी है. पर आज तक एक भी घटना का खुलासा करने में पुलिस को कामयाबी नहीं मिली है. जहां भी चोरी की घटना घटी है वहां एक रात में कम से कम चार से पांच घरों को अपना निशाना बनाया है.
ग्रामीणों ने लगायी सीएम से गुहार . इस मामले को लेकर अब सतघारा गांव के लोगों ने एसपी से लेकर आईजी, मुख्य सचिव व सीएम तक को आवेदन दिया है. पटना म्यूजियम में कार्यरत शिवकुमार मिश्र बताते हैं कि जिस प्रकार से सतघारा गांव मे चोरों का आतंक है और पुलिस मौन धारण किये हुए है उससे तो यही लगता है कि पुलिस का चोर से नियंत्रण ही समाप्त हो चुका है या फिर पुलिस चोर के आगे घुटने टेक दिये हैं. अब उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत की गयी है. यदि फिर भी बात नहीं बनी तो लोग बाध्य होकर आंदोलन भी करेंगे.
आये थे चैन से घर में काटेंगे बुढ़ापा, चोरों ने जागने को कर दिया मजबूर
चोरी का बना रहता है भय
17 जनवरी की रात चोरों ने एक साथ गांव के चार घरों में चोरी की घटना का अंजाम दिया था. उस रात के बाद अब तक रात के तीन बजे के बाद ही हमलोग सोते हैं. रात में कई बार उठ कर घर के चारों ओर टॉर्च की रोशनी से चेक करते रहते हैं. बताते हैं कि बाहर से रिटायर्ड होकर घर आराम करने के उद्देश्य से आये, पर अब तो लगता है कि जान ही चली जायेगी.
विष्णुकांत मिश्र
चौकीदार की तरह करते हैं घर की रखवाली
चोर सोमवार की रात भी दरवाजे पर आये थे. कोइ रात नहीं है जिस दिन गांव के किसी न किसी भाग में चोरी होने न होती हो. अब लोग रातों को चौकीदार की तरह ही जागते रहते हैं. यह उम्र हमलोगों की जागने की नहीं है . रात भर परिजन को बाहर में फोन करना और उनका फोन सुनना आदत सी हो गयी है. यहां हम लोग परेशान हैं.
अंजनी मिश्र
रात में जागने से परिवार के सदस्य हो गये बीमार
शिक्षा िवभाग से रिटायर्ड होने के बाद रात में जागने की मजबूरी हो गयी है. चोरों के कारण रात में चैन से सोते नहीं है. रात में जगने के कारण घर में कई लोग बीमार पर गये हैं. पर भय हमेशा बना ही रहता है. रोज गांव के िकसी इलाके में चोरी की घटना घटती है. इससे हमेशा मन सशंकित रहता है.
गोविंद मिश्र
चोरों ने छिन लिया बुढ़ापे का सुख, बना रहता है डर
बुढ़ापे में लोग चैन से रहते हैं. किन्तु हम लोगो का चैन तो चोरों ने छीन लिया है. बीते छह माह से हर रात चोर गांव में आ रहा है. चोरों ने जीना मुहाल कर दिया है. कहा कि रात-रात भर जग के रात बिताना पड़ रहा है. पुलिस गश्ती भी करती है तो आज तक इस पर अंकुश नहीं लग सका है. डर के साये मंे जीना पड़ रहा है.
भुवनेश्वर मिश्र
पुलिस करती है खानापूरी
जब से चोरी की घटना घटी है. तब से पुलिस या फिर चौकीदार गांव में गश्ती तो लगाते हैं. पर चोरो का आना बंद नही हुआ है. प्रत्येक रात चोरो को गांव में आना पुलिस को खुली चुनौती देने की बराबर है. पर इससे पुलिस को कुछ भी फर्क नहीं पड़ता. जब कभी चोरी होती है तो पुलिस आकर जांच की खानापूरी भर कर जाती है. इससे आगे कुछ नहीं हुआ है.
रामभजन मिश्र
चोर को पकड़ने का दिया है निर्देश
थाना प्रभारी को सख्त आदेश दिये गये हैं. जल्द ही चोर पुलिस के पकड़ में होगा.
दीपक बरनवाल, एसपी

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