समस्याओं के मकड़जाल में मधेपुरा रेलवे स्टेशन लावारिस पशु प्लेटफॉर्म पर करते रहते हैं विचरण

मधेपुरा : समस्याओं के मकड़जाल में मधेपुरा रेलवे स्टेशन उलझा है. रेलवे स्टेशन जहां न स्वच्छ पानी की व्यवस्था है न ही यात्रियों के लिए ढंग का विश्रामालय. वही कदम कदम पर गंदगी का अंबार बीमारियों को निमंत्रण दे रहा है. आदमियों के जगह पशु स्टेशन के प्रतीक्षालय परिसर से लेकर ओवर ब्रिज तक विचरण […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 22, 2020 8:22 AM

मधेपुरा : समस्याओं के मकड़जाल में मधेपुरा रेलवे स्टेशन उलझा है. रेलवे स्टेशन जहां न स्वच्छ पानी की व्यवस्था है न ही यात्रियों के लिए ढंग का विश्रामालय. वही कदम कदम पर गंदगी का अंबार बीमारियों को निमंत्रण दे रहा है.

आदमियों के जगह पशु स्टेशन के प्रतीक्षालय परिसर से लेकर ओवर ब्रिज तक विचरण करते रहते हैं. प्रशासन की ओर से इस समस्या को लेकर कोई उचित कदम नहीं उठाये जा रहे हैं. ऐसे में ये आवारा पशु लोगों के लिए परेशानी का सबब बनते जा रहे हैं.
चार में से दो नलका खराब तो एक से टपकता रहता है पानी : पेयजल उपलब्ध नहीं होने के कारण लोगों को पानी के लिए बोतल बंद पानी का सहारा लेना पड़ता है. स्टेशन परिसर में पानी पीने के लिए नलका तो जरूर लगा हुआ है, लेकिन उस स्थान पर कचरे का ढेर जमा है. साथ ही वहां से बदबू भी आती रहती है जिस कारण वहां का पानी-पीना तो दूर उधर से गुजरते वक्त भी लोगों को नाक पर रूमाल रखना पड़ता है.
वही लगे हुए चार नलकों में से दो खराब है तथा एक से लगातार पानी टपक रहा है. पानी की बर्बादी को लेकर अधिकारियों द्वारा कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है. स्टेशन परिसर में वाटर सप्लाई के लिए लगा वाटर पंप भी पिछले दो वर्ष खराब पड़ा हुआ है. पानी टंकी पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो चुका है.
स्वच्छ पानी के लिए कोई भी व्यवस्था परिसर में बहाल नहीं है. इस वजह से आमलोगों को हर रोज पानी के समस्या से जूझना पड़ता है. स्टेशन पर मौजूद व्यापारी सइद बताते हैं कि मैं पेशे से व्यापारी हूं. हर दो-चार दिन पर मुझे बाहर आना जाना पड़ता है.
पानी की व्यवस्था नहीं होने के कारण कठिनाई का सामना करना पड़ता है. नलके के साथ साथ परिसर में लगे हुये चापाकल ही ज्यादातर खराब ही रहते हैं. पानी समस्या को लेकर रेल यात्री से लेकर स्टेशन परिसर में काम करने वाले अधिकारी व कर्मी परेशान हो रहें हैं. मधेपुरा स्टेशन पर अव्यवस्था को लेकर अब स्टेशन अधीक्षक की भूमिका पर सवाल खड़ा होने लगा है.
स्टेशन पर आवारा पशु करते हैं विचरण, लोगों को होती है परेशानी : स्टेशन पर लंबे समय से बिना रोकटोक बेसहारा पशुओं के विचरण करने से हर दिन यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. गौरतलब है कि आवारा पशुओं के लिए शहर में गोशाला का निर्माण कराया गया था, लेकिन प्रशासनिक अनदेखी के कारण आवारा पशु शहर के मुख्य मार्ग, अस्पताल के साथ-साथ अब रेलवे स्टेशन परिसर में भी बे रोक टोक घूमते नजर आ रहे हैं.
पशुओं के हमला के कारण यात्री जख्मी भी होते रहे हैं. इसके बावजूद आवारा पशु को लेकर रेल प्रशासन कोई कदम नहीं उठा रहा है. पशुओं के विचरण करने के कारण यात्रियों का खाना खाना भी दूभर हो गया है.
यात्री शेड में फैली हुई है गंदगी
दौराम मधेपुरा स्टेशन के यात्री शेड में गंदगी का जमावड़ा लगा हुआ है. स्थिति यह है कि लोग शेड गंदगी के वजह से शेड खाली पड़ा रहता है. और यात्री खुले जगह में खड़े होकर ट्रेन की प्रतीक्षा करते हैं. गंदगी यात्रियों के द्वारा सबसे ज्यादा फैलाई जाती है. यात्री सेड में बैठने की जगह की पर थूक गुटखे एवं पान का पिक फेका रहता है. परिसर को साफ सुथरा रखना रेलवे के साथ-साथ आम लोगों की भी जवाबदेही है.

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