Lockdown : पिता की अर्थी को कंधा देने नहीं पहुंच सके दोनों बेटे, सहयोग में उतरे न्यायिक पदाधिकारी

बिहार के लखीसराय जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत अमहरा गांव में रविवार को एक महादलित की मौत हो जाने के बाद उसके परिजन असमंजस की स्थिति में आ गये. मृतक के दोनों पुत्र परदेश में लॉकडाउन के कारण फंसे हुए हैं.

By Samir Kumar | April 6, 2020 9:07 PM

लखीसराय : बिहार के लखीसराय जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत अमहरा गांव में रविवार को एक महादलित की मौत हो जाने के बाद उसके परिजन असमंजस की स्थिति में आ गये. मृतक के दोनों पुत्र परदेश में लॉकडाउन के कारण फंसे हुए हैं. लॉकडाउन के कारण ट्रेनें और अन्य वाहन के नहीं चलने से पिता के दाह संस्कार और अन्य कार्यों के लिए परेशानी होने लगी. इसके बाद लखीसराय के न्यायिक पदाधिकारियों को सूचना मिलने के बाद मृतक के परिजनों के सहयोग में वे आगे आये.

न्यायिक पदाधिकारियों ने श्राद्ध कार्यक्रम तक हर संभव सहायता प्रदान करने की बात कही. इसके लिए उन्होंने डालसा के रिटेनर अधिवक्ता रजनीश कुमार को सहयोग के लिए भेजा. इस संबंध में रजनीश कुमार ने बताया कि मृतक अमहरा गांव निवासी 60 वर्षीय जहुरी मांझी काफी गरीब था. उसके दोनों बेटे परदेश में काम करते हैं तथा लॉकडाउन की वजह से फंसे हुए हैं. इसकी जानकारी मिलने पर न्यायिक पदाधिकारियों द्वारा उन्हें भेजा गया है.

न्यायिक पदाधिकारियों की ओर से तत्काल मृतक के परिवार को एक हजार रुपये नकद प्रदान किया तथा श्राद्धकर्म तक न्यायिक पदाधिकारियों की ओर से खाने-पीने की व्यवस्था का आश्वासन दिया गया. वहीं, अमहरा पंचायत की मुखिया सविता देवी के सहयोग से तत्काल मृतक के परिजन को तीन हजार रुपये नकद प्रदान कराया गया. दाह संस्कार के लिए वाहन की व्यवस्था कर घाट के लिए रवाना किया गया.

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