अवैध वसूली का सरदार है हथकटवा

ट्रेनों में ढोये जा रहे बिना बुक सामानों के एवज में अवैध वसूली के लिये कथित फर्जी ठेकेदार ने आधा दर्जन गुर्गें बहाल कर रखे हैं. इन्हीं में से एक है ‘हथकटवा’ . कहा जाता है कि ‘हथकटवा’ को बिना बुक सामान के एवज में नजराना दिये बिना रेलवे स्टेशन से बच निकलना मुश्किल है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 3, 2017 10:14 AM
ट्रेनों में ढोये जा रहे बिना बुक सामानों के एवज में अवैध वसूली के लिये कथित फर्जी ठेकेदार ने आधा दर्जन गुर्गें बहाल कर रखे हैं. इन्हीं में से एक है ‘हथकटवा’ . कहा जाता है कि ‘हथकटवा’ को बिना बुक सामान के एवज में नजराना दिये बिना रेलवे स्टेशन से बच निकलना मुश्किल है.
खगड़िया : रेलवे स्टेशन व ट्रेनों में अवैध वेंडर व स्टॉल का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि बिना बुक सामान ढोने वालों से अवैध वसूली का मामला सामने आ गया है. बताया जाता है कि स्टेशन परिसर में उतरने-चढने वाले बिना बुक सामानों के एवज में अवैध वसूली के लिये कथित फर्जी ठेकेदार ने आधा दर्जन गुर्गें बहाल कर रखे हैं. इन्हीं में एक ‘हथकटवा’ है. जिसके सहारे दिन-दहाड़े स्टेशन परिसर में गठरी-मोटरी वालों से अवैध वसूली की जाती है. कहा जाता है कि इस अवैध वसूली में बराबर का हिस्सा रेलवे के कई बाबुओं के टेबल तक पहुंचता है.
बिना पैसा दिये खगड़िया रेलवे स्टेशन से निकलना मुश्किल
बताया जाता है कि खगड़िया रेलवे स्टेशन पर उतरने वाले बिना बुक सामान ढोने वालों से अवैध वसूली का रेट फिक्स है. जिसे चुकाये बिना रेलवे स्टेशन से बच निकलना मुश्किल है. ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी आरपीएफ, जीआरपी सहित टीटीई व वाणिज्य विभाग को नहीं है. लेकिन सब कुछ जानते हुए भी नजरें फेर लेने से सवाल उठना लाजिमी है. बताया जाता है कि बिना बुक सामानों के एवज में प्रति बोरी 10 से 50 रुपये तक की अवैध वसूली गुर्गें के माध्यम से रेलवे स्टेशन पर खुलेआम की जाती है. ऐसे में रेल अधिकारियों की नजर नहीं पड़ती हो यह पचने वाली बात नहीं है.
खासकर सहरसा-मानसी-समस्तीपुर के अलावा कटिहार- बरौनी रेलखंड पर चलने वाली सवारी गाड़ियों में बिना बुक सामान खुलेआम ढोया जा रहा है. बताया जाता है कि प्रति बोरे के हिसाब से अवैध वसूली की रकम फिक्स है. जिसकी वसूली के लिये कथित अवैध ठेकेदार द्वारा एजेंट बहाल किया गया है. जो खुलेआम ट्रेनों में बिना बुक सामान ढोने वालों से प्रति बोरे के हिसाब से तय रकम की वसूली करते हैं. सूत्रों की मानें तो प्रतिदिन ट्रेनों में लाद कर ढोये जा रहे बिना बुक सामान ढोने वालों से प्रतिदिन 50 हजार से अधिक की अवैध वसूली की जा रही है.
सहरसा-समस्तीपुर के बीच चलने वाली सवारी गाड़ी से रोज औसतन दर्जनों क्विंटल से अधिक बिना बुक सामानों की आवाजाही का सिलसिला जारी है. मछली से लेकर अनाज तक बिना बुक करवाये ट्रेनों पर लाद कर लाया व ले जाया जा रहा है. नतीजतन, जो राशि रेलवे के खजाने में जाना चाहिये वह अवैध वसूली के माध्यम से कथित स्वयंभू ठेकेदार और कई रेल अधिकारियों की जेब में जा रही है. स्टेशन प्रबंधक प्रवीण कुमार ने कहा कि एक दर्जन से अधिक बार आरपीएफ, जीआरपी को मेमो देकर ट्रेनों में बिना बुक सामानों की आवाजाही पर रोक लगाने को कहा गया लेकिन ध्यान नहीं दिया गया.
इस तरह की जानकारी हमें नहीं है. अगर कोई आरपीएफ के नाम पर गठरी-मोटरी वालों से अवैध वसूली कर रहा है तो गिरफ्तार कर जेल भेजा जायेगा. किसी को भी रेलवे स्टेशन पर अवैध काम की छूट नहीं दी जा सकती है.
पंकज कुमार यादव, आरपीएफ पोस्ट प्रभारी.
मामला संज्ञान में आया है तो अवैध वसूली करने वाले चाहे जो भी हो, सलाखों के पीछे भेजने में कोई देरी नहीं होगी.
एएन दूबे, खगड़िया रेल थानाध्यक्ष.

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