दो कीर्तन मंडलियों की शानदार प्रस्तुति, प्रथम 16 व द्वितीय पुरस्कार 13 हजार मिले
दो कीर्तन मंडलियों की शानदार प्रस्तुति, प्रथम 16 व द्वितीय पुरस्कार 13 हजार मिले
कोढ़ा भटवाड़ा के कुर्सी नारायणपुर चरखी गांव में आदिवासी समुदाय के लोगों ने कर्मा धर्मा का पारंपरिक त्योहार बड़े ही उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया. धान कटाई के बाद आनंद व समृद्धि की भावना से जुड़ा यह पर्व आदिवासी समाज की सांस्कृतिक पहचान का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है. सरपंच प्रतिनिधि सुनील कुमार मुरमुर ने कहा, कर्मा धर्मा का त्योहार हमारे समाज की आस्था, परंपरा व एकता का प्रतीक है. हर वर्ष यहां पूरा गांव मिलकर इसे भव्य रूप में मनाता है. इस मौके पर गांव के राजू मुरमुर, राजेश टुड्डू, अमित सोरेन, रसिकलाल हेंब्रम, संजय मरांडी, धरमलाल हेंब्रम सहित कई ग्रामीणों ने आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. विशेषता रही कि इस बार दो कीर्तन मंडलियों ने आकर्षक प्रस्तुति देकर माहौल को भक्ति और उल्लास से भर दिया. पहली मंडली दुम्मर कॉल चिकनी से जबकि दूसरी कीर्तन मंडली कुर्सी नारायणपुर से आयी थी. दोनों समूहों ने अपनी-अपनी सांस्कृतिक धुनों, पारंपरिक गीतों और ताल-लय की अनोखी प्रस्तुतियों से उपस्थित ग्रामीणों का मन मोह लिया. प्रतियोगिता में दुम्मर कॉल चिकनी की कीर्तन मंडली ने शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रथम पुरस्कार 16,000 जीते. कुर्सी नारायणपुर की मंडली को द्वितीय पुरस्कार 13,000 मिले. रात देर तक चले इस आयोजन में आसपास के गांवों से भी बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. सामुदायिक एकजुटता तथा सांस्कृतिक गौरव का यह अनोखा नजारा देखने को मिला.
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