सुधानी से नाशिक कमाने गये मजदूर की 14 दिन बाद घर आया शव
सुधानी से नाशिक कमाने गये मजदूर की 14 दिन बाद घर आया शव
परिजनों ने काम पर ले गए गांव के दो लोगों पर लगाया हत्या का आरोप – सुधानी थाना में आवेदन देकर लगाई न्याय की गुहार बारसोई प्रखंड के सुधानी थाना क्षेत्र से महाराष्ट्र के नासिक में मजदूरी करने गए मजदूर की 14 दिन बाद शव घर पहुंचने से परिजनों में कोहराम मच गया. गांव वाले भी यह खबर सुन अचंभित हो गए और मृतक के घर पहुंच कर सांत्वना देते हुए न्याय दिलाने में साथ देने की बात कही. परिवार वालों ने काम पर ले गए गांव के दो लोगों पर हत्या करने का आरोप लगाया है तथा न्याय की गुहार लगाते हुए सुधानी थाना में आवेदन दिया है. परिजनों का कहना है कि हम मजदूर वर्ग के लोग न्याय के लिए नासिक नहीं जा सकते इसलिए सुधानी पुलिस को ही न्याय दिलाने में मदद करनी होगी. मामला सुधानी थाना के कोटा कसबा टोली गांव का है. जहां के मृतक की मां 46 वर्षीय मोसमात गुल्ली देवी ने सुधानी थाना में आवेदन दिया है. जिसके अनुसार लगभग 14 दिन पूर्व गांव के ही 30 वर्षीय दिलीप राय एवं 23 वर्षीय राहुल राय ने मिलकर महाराष्ट्र के नासिक में काम दिलाने की बात कह कर उसके 21 वर्षीय पुत्र गंगाधर कुमार राय को अपने साथ ले गए, परंतु 7 दिन के बाद ही दिलीप राय द्वारा फोन कर मृतक के भाई मांगन राय को कहा कि तुम्हारे भाई से रुपया पाते हैं. इसलिए जल्दी से रुपया देने बोलो नहीं तो उसे मार देंगे. उसने बताया कि 8 सितंबर को 11:00 बजे वह अपने भाई से बात करने का प्रयास किया. परंतु उसके भाई ने काम पर जाने की बात कह कर टिफिन में एक बजे विस्तार से बात करने की बात कही. परंतु ठीक डेढ़ घंटे के बाद 12:30 बजे दिलीप राय का फोन आया की उसके भाई की मौत हो गई है. बुधवार को शव घर पहुंचा, परंतु दिलीप राय और राहुल राय गांव पहुंचने के पहले ही एंबुलेंस छोड़कर भाग गए. एंबुलेंस के ड्राइवर ने परिजनों को बताया कि लघु शंका की बात कहकर दोनों चले गए फिर लौट कर वापस नहीं आए. परिजनों ने हत्या करने की बात कही तथा कहा कि गांव के ही दो लोग नासिक ले जाकर हत्या कर दी है. घटना की सूचना पर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि तनवीर शमसी, सरपंच रामचंद्र पासवान ने इस मामले को लेकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. ताकि मजदूर परिवार को न्याय मिल सके. मामले में सुधानी थाना अध्यक्ष भुवन कुमार ने कहा कि इस घटना को लेकर एंबुलेंस चालक को गांव वालों द्वारा बंधक बनाए जाने की सूचना पर पीड़ित परिवार के यहां पहुंचकर एंबुलेंस चालक को रिहा कराया गया तथा मृतक की मां द्वारा आवेदन दिया गया है. उन्होंने कहा कि परिवार वालों के अनुसार घटना नासिक में हुई है और शव का पोस्टमार्टम भी हुआ है. ऐसे में नासिक थाना में प्राथमिक की दर्ज हुई होगी. इसलिए वर्तमान में सुधानी थाना में प्राथमिकी दर्ज नहीं किया गया है. परंतु पीड़ित परिवार को न्याय मिले इसके लिए सुधानी पुलिस हमेशा तैयार है.
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