हृदय रोग के उपचार के लिए जिले के छह बच्चों को भेजा गया आइजीआइसी पटना

बाल हृदय योजना के तहत ग्रसित बच्चों की जांच और उपचार के लिए जिले के छह बच्चों को परिजनों के साथ जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा द्वारा एम्बुलेंस के माध्यम से आइजीआइसी पटना भेजा गया.

By RAJKISHOR K | June 24, 2025 7:32 PM

कटिहार. बाल हृदय योजना के तहत ग्रसित बच्चों की जांच और उपचार के लिए जिले के छह बच्चों को परिजनों के साथ जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा द्वारा एम्बुलेंस के माध्यम से आइजीआइसी पटना भेजा गया. पटना में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा जांच के बाद स्वास्थ्य परिस्थितियों के अनुसार ग्रसित बच्चों का उपचार आईजीआईसी, पटना में या हैदराबाद में कराया जायेगा. मौके पर डीएम ने कहा की आरबीएसके के तहत जन्म के साथ गंभीर बीमारियों से ग्रसित बच्चों का विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा जांच और उपचार सुविधा का लाभ जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जाती है. इस योजना के तहत जन्मजात बच्चों में होने वाले कुल 38 तरह के रोगों का निःशुल्क इलाज राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराती है. इसमें जन्मजात बच्चों का चर्मरोग, दांत व आंख संबंधी रोग, टीबी, एनीमिया, हृदय संबंधी रोग, श्वसन संबधी रोग, जन्मजात विकलांगता, बच्चों के कटे होंठ व तालु संबंधी रोग आदि शामिल हैं. बाल हृदय योजना के तहत हृदय में जन्मजात छेद सहित अन्य ऐसे बच्चों की जांच और उपचार के लिए आरबीएसके के माध्यम से जिले के छह बच्चों की पहचान की गयी है. जिन्हें परिजनों के साथ जांच और उपचार के लिए आइजीआइसी पटना भेजा गया है. सभी बच्चों को परिजनों के साथ जांच और उपचार की सभी सुविधाएं राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा वहन किया जायेगा.

उपचार के सभी खर्च का वहन करती है राज्य सरकार

सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ सिंह ने बताया कि नवजात शिशुओं के जन्मजात रोगों से ग्रसित बच्चों के जांच और उपचार का प्रावधान राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाल हृदय योजना के तहत आरबीएसके के माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सकों से उपलब्ध कराई जाती है. इसके लिए चिन्हित बच्चों को पहले जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेषज्ञ चिकित्सकों से जांच के लिए आइजीआइसी पटना भेजा जाता है. जांच के बाद रिपोर्ट के बाद ग्रसित बच्चों को उपचार के लिए पटना या हैदराबाद भेजा जाता है. जहां विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा बच्चों को उपचार सुविधा उपलब्ध कराई जाती है. ग्रसित बच्चों के सभी जांच और उपचार संबंधी सभी वहन राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जाता है.

योजना के तहत बच्चों के नि:शुल्क जांच व इलाज का प्रावधान

सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संचालित इसके लिए आरबीएसके के तहत जिले के छह बच्चों को चिन्हित किया गया है. इसमें गौशाला कटिहार से रंजीत यादव के 10 माह के बच्चा सिद्धार्थ कुमार, बौरा मालिक पहलागढ़ भोगांव कदवा से जाहिर के चार वर्षीय बच्चा रेहान, छातियां परवेली कदवा से विकास कुमार का दो माह वैभव कुमार, गौरीपुर प्राणपुर से विकास कुमार का एक वर्षीय पुत्र आदित्य कुमार यादव, निझारा सोनौली, कदवा से रबिंद्र कुमार दास का दो वर्षीय पुत्र शौर्य कुमार, ग्रामरहता पीरमोकाम फलका से ओमप्रकाश राय के 10 माह के पुत्र ऋषभ कुमार को आइजीआइसी पटना भेजा गया है.

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