मस्जिदों में जुमा की पहली नमाज पढ़ने के लिए उमड़ी भीड़

मस्जिदों में जुमा की पहली नमाज पढ़ने के लिए उमड़ी भीड़

By Prabhat Khabar News Desk | March 7, 2025 6:47 PM

कटिहार रमजान के पाक महीने में रोजेदारों ने शुक्रवार को पहला जुम्मा की नमाज़ अदा किया. नमाज को लेकर सभी मस्जिदों में लोगो की भीड़ लगी रही. सभी अपने नजदीकी मस्जिद में पहुंचकर नमाज अदा किये. नमाज अदा कर सबों ने अल्लाह से अमन चैन की दुआ मांगी. मस्जिद में जिसे जहां जगह मिल रही थी. वहीं बैठ कर नमाज अदा करने में नमाजी लग गये. यहां तक की दुकान पर भी रहकर दुकानदारों ने नमाज अदा किया. रमजान का महीना पाक महीना माना जाता है. हर मुस्लिम धर्म लंबी इस महीने का बेसब्री से इंतजार करते हैं. रमजान महीने में रोजा रख अल्लाह की इबादत करते है. मस्जिद में नमाज अदा करने के बाद बाटा चौक स्थित बड़ी मस्जिद के इमाम साहब ने सभी नमाजियों को इस पवित्र रमजान में रोजा रखने की अहमियत को बताया. मस्जिद के इमाम साहब ने कहा कि यह रमजान शरीफ का महीना है. जो रहमत मगफिरत और जहन्नम से निजात का माह है. इस्लाम की बुनियाद पांच चीजों पर कायम है. पहला कलमा पढ़ना, दूसरा नमाज, तीसरा रमजान में रोजा रखना, चौथा जकात अदा करना और पांचवा हज करना है. इमाम ने कहा कि यह बातें तमाम पुयष व महिलाओं के लिए लागू है. दोनों के लिए रोजे का सवाब हासिल करना दोनों का बराबर का हक है. माह-ए-रमजान का पहला अशरा रहमतों वाला होता है, खूब करें इबादत प्रतिनिधि, आबादपुर माह-ए-रमजान का पहला अशरा रहमतों से भरा होता है. इस दरमियान अदा की गयी हर एक नफ्ल नमाजों का सवाब फर्ज नमाजों के बराबर होता है. फर्ज नमाजों का सवाब 70 गुना ज्यादा होता है. मोमिनों को चाहिए कि इस पाक-मुकद्दस महीने के दरमियान नमाजों को पूरी शिद्दत के साथ अदा किया करें. उक्त बातें बारसोई प्रखंड के आबादपुर पंचायत स्थित नुरी जामे मस्जिद प्रमाणिक टोला में मुफ्ती लतीफुर रहमान ने माह-ए-रमजान के पहले जुमे के दौरान तकरीर के क्रम में कही. उनहोंने बताया कि रमज़ान के दौरान रखी जाने वाली रोजों की बड़ी फजिलतें हैं. पहले रोजे से लेकर दस रोजे तक रहमत का अशरा कहलाता है. इस अशरे में रखे जाने वाले रोजे के एवज में अल्लाह रोजेदारों पर काफी रहमत मतवज्जा करते हैं.

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