चचरी पुल पार करते अटकी रहती हैं सांसें

आजमनगर : प्राणपुर विधान सभा क्षेत्र के आजमनगर प्रखंड अंतर्गत बैरिया पंचायत स्थित महानंदा नदी के सोलकंधा धार पर बने जर्जर चचरी पुल से 5000 हजार की आबादी जान हथेली में रख रोजाना आना जाना करती है. पुल पार कर रहे लोगों ने पूछे जाने पर बताया पुल पार करना अपनी नियती मान बैठे है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 19, 2017 12:45 PM
आजमनगर : प्राणपुर विधान सभा क्षेत्र के आजमनगर प्रखंड अंतर्गत बैरिया पंचायत स्थित महानंदा नदी के सोलकंधा धार पर बने जर्जर चचरी पुल से 5000 हजार की आबादी जान हथेली में रख रोजाना आना जाना करती है. पुल पार कर रहे लोगों ने पूछे जाने पर बताया पुल पार करना अपनी नियती मान बैठे है. इस लिए भय की कोई बात नहीं. बच्चे भी जान हथेली पर रख निर्भीक होकर लड़खड़ाती कदमों से पुल को पार करते हैं.
एक व्यक्ति अपने सिर पर मवेशी के लिए घास के गट्ठर को रख चचरी पुल पार करने क्रम में महानंदा नदी के गहरे पानी में जा रहा था. किस्मत उसकी अच्छी थी वो कुशल तैराक होने के कारण सुरक्षित बच निकला. उक्त युवक सुदामा सिंह बताते हुए कहा इस पुल से रोज कई गिरते और निकलते बीते वर्ष आयी बाढ़ में यहां एक मौत हो गयी थी. कई बार विधायक आये, सांसद आये और पुल निर्माण के नाम पर मिला सिर्फ और सिर्फ आश्वासन. बैरिया पंचायत के मुखिया मो नुमान आलम ने बताया अगर पंचायत से बनना होता, तो कब का बना बन गया होता.

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