महज दो दिनों में मंत्री ने पूरा किया वादा, शहीद लवकुश शर्मा के नाम पर हुआ स्कूल का नामकरण

रतनी : बिहार सरकार के मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा और जिलाधिकारी नवीन कुमार महज दो दिनों में अपने किये वादे को पूरा करने के लिए शुक्रवार को शहीद के गांव अईरा पहुंचे. उन्होंने विद्यालय में शहीद लवकुश शर्मा के तैल्य चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की तथा विद्यालय का नामकरण शहीद लवकुश शर्मा मध्य विद्यालय किया गया. साथ ही 22 लाख की लागत से दो वर्ग कक्ष की भी मंजूरी दे दी गयी, जिसे विद्यालय शिक्षा समिति की देखरेख में दो कमरे का निर्माण कराया जायेगा. वह भवन भी शहीद के ही नाम पर होगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 21, 2020 5:31 PM

रतनी : बिहार सरकार के मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा और जिलाधिकारी नवीन कुमार महज दो दिनों में अपने किये वादे को पूरा करने के लिए शुक्रवार को शहीद के गांव अईरा पहुंचे. उन्होंने विद्यालय में शहीद लवकुश शर्मा के तैल्य चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की तथा विद्यालय का नामकरण शहीद लवकुश शर्मा मध्य विद्यालय किया गया. साथ ही 22 लाख की लागत से दो वर्ग कक्ष की भी मंजूरी दे दी गयी, जिसे विद्यालय शिक्षा समिति की देखरेख में दो कमरे का निर्माण कराया जायेगा. वह भवन भी शहीद के ही नाम पर होगा.

इस दौरान ग्रामीण सह स्वतंत्रता सेनानी कपिलदेव शर्मा ने शिक्षा मंत्री से आग्रह किया कि विद्यालय को अपग्रेड कर उच्च विद्यालय कराया जाये, ताकि यहां के बच्चे और बच्चियों को पढ़ने की सुविधा मिल सके. अभी हाई स्कूल की पढ़ाई पूरा करने के लिए बच्चे छह किलोमीटर दूर जाते हैं. इस पर मंत्री ने कहा कि फिलहाल वैसा नियम नहीं है, लेकिन अपवाद स्वरूप इस मांग को भी पूरा करने का प्रयास किया जायेगा.

इसके बाद मंत्री और जिलाधिकारी सीधे शहीद के घर पहुंचे, जहां शहीद की पत्नी अनीता देवी को मुख्यमंत्री राहत कोष से 25 लाख का चेक दिया. मंत्री ने कहा कि आपलोग की जो मांग थी, गलवान घाटी के तर्ज पर मुआवजा, उसे मैं आज पूरा कर रहा हूं. वहीं, विद्यालय का नामकरण भी लवकुश शर्मा के नाम पर कर दिया गया है. यथाशीघ्र जो नौकरी का प्रावधान है, उसके अनुरूप नौकरी भी आपको दी जायेगी.

जिलाधिकारी ने शहीद के पिता सुदर्शन शर्मा से कहा कि जो फौलादपुर से महमदपुर तक सड़क है, उसे लारी से जोड़ने के लिए जो मांग की गयी है, उसे शीघ्र पूरा करने के लिए कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया गया है. शीघ्र ही वह इस मार्ग का निरीक्षण कर निर्माण कार्य प्रारंभ करायेंगे. हालांकि, जिलाधिकारी के जाते-जाते शहीद के पिता ने जहानाबाद में एक आवासीय भवन उपलब्ध कराने की मांग की, जिस पर डीएम ने कहा कि ऐसा तो कोई प्रावधान मेरे पास नहीं है. फिर भी आप की मांग को देखते हुए बीडीओ को आवेदन दीजिये, वहां से आवेदन मेरे पास आयेगा, उसके बाद मैं इस समस्या का भी हल करने का पूरा पूरा प्रयास करूंगा.

शिक्षा मंत्री के साथ जेडीयू जिलाध्यक्ष चंदेश्वर विंद, भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेश शर्मा, जिला संयोजक सहकारिता मंच धनंजय कुमार, जेडीयू प्रखंड अध्यक्ष रूपेश पटेल, पूर्व मुखिया रूद्रेश शर्मा, जिला शिक्षा पदाधिकारी रामसागर सिंह, डीपीओ सर्वशिक्षा रमेश कुमार पाल, बीईओ अर्जुन मोची, बीडीओ रामनाथ कुमार, सीओ कौशल्या कुमारी, सर्वशिक्षा कनीय अभियंता उदय कुमार के अला बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.

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