जदयू नहीं करेगा 16 सीटिंग सीटों पर कोई समझौता, बोले मंत्री बिजेंद्र यादव- 24 सीटें कम नहीं होती

बिजेंद्र प्रसाद यादव ने सोमवार को सीट शेयरिंग को लेकर पार्टी का स्टैंड साफ कर दिया. उन्होंने कहा कि हमारी सीटिंग सीट पर कोई बातचीत नहीं होगी. राज्य की चालीस सीटों में 24 सीट राजद और कांग्रेस के पास बचते हैं और यह कम नहीं है.

By Prabhat Khabar Print Desk | January 8, 2024 7:57 PM

पटना. जदयू ने साफ कर दिया है कि वह किसी भी सूरत में अपने 16 सांसदों की सीटों पर कोई समझौता नहीं करेगा.सीटों की अदला बदली संभव है. जीती हुई सीट किसी भी सूरत में नहीं जदयू नहीं छोड़ेगा. यदि गठबंधन बनाना है तो त्याग करना होगा. पार्टी के वरिष्ठ नेता और सरकार में मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने सोमवार को सीट शेयरिंग को लेकर पार्टी का स्टैंड साफ कर दिया. उन्होंने कहा कि हमारी सीटिंग सीट पर कोई बातचीत नहीं होगी. राज्य की चालीस सीटों में 24 सीट राजद और कांग्रेस के पास बचते हैं और यह कम नहीं है. गौरतलब है कि बिहार में जदयू के पास लोकसभा की 16 सीटें हैं. 2019 के आम चुनाव में जदयू के उम्मीदवार 16 सीटों पर जीते थे.

राजद को सहयोगी संग सीट एडजस्ट करना होगा

पटना में आज पत्रकारों से बात करते हुए बिजेंद्र यादव ने कहा कि फिलहाल 16 सीट पर जेडीयू के सांसद हैं. इस पर कोई समझौता नहीं होगा. सीटिंग सीट पर कोई बातचीत नहीं होगी. बिजेंद्र यादव ने कहा कि सामान्य तौर पर जो गठबंधन होता है, उसमें सीटिंग पर कोई बात नहीं होती है. यह परंपरा रही है.जीती हुई सीट पर कोई समझौता नहीं होता. बाकी जो 24 सीटें बचती हैं, उसमें राजद और कांग्रेस तथा वामदलों को एडजस्ट करना है. बिजेंद्र यादव ने कहा कि हमारा राजद के साथ गठबंधन हुआ था. राजद के साथ कांग्रेस और वाम दल थे. हम किसी भी सूरत में अपनी सीटें नहीं छोड़ सकते हैं.सीटों कीअदला बदली संभव है. सीटिंग सीट पर कोई समझौता नहीं होगा. जीती हुई सीट जेडीयू नहीं छोड़ेगी.

सीटों की अदला बदली हो सकती है

उन्होंने कहा कि जदयू के लिए 16 सीट छोड़ने के बाद भी 24 सीट कांग्रेस , राजद और वामपंथी पार्टियों के लिए बचते हैं. 24 सीट कम नहीं है. उन सीटों को वे पार्टियां आपस में बांट ले. विजेंद्र यादव ने कहा कि जेडीयू ने बिहार में राजद के साथ गठबंधन किया था. राजद के साथ कांग्रेस, लेफ्ट पार्टियां तो पहले से थी हीं. इसलिए राजद उन पार्टियों से बात कर 24 सीटों की शेयरिंग का रास्ता तलाश ले. विजेंद्र यादव ने कहा कि वैसे कुछ सीटों की अदला बदली हो सकती है. गठबंधन में कुछ त्याग करना पड़ता है. जेडीयू कुछ सीटों की अदला बदली करने को तैयार हो सकता है. लेकिन 16 सीट से कम लेने का कोई सवाल ही नही हैं.

संयोजक के पद से ऊपर हैं नीतीश कुमार

इधर, नयी दिल्ली में जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने भी दोहराया कि पार्टी बिहार में अपनी सीटिंग सीटों पर कोई समझौता नहीं करेगा. सीटों का बटवारा कांग्रेस,राजद और वामदलों के बीच होना है. जदयू से वार्ता करने की कोई जरूरत ही नहीं है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के निर्माता हैं. नीतीश कुमार संयोजक के पद से ऊपर हैं. राजनीति में बहुत कम लोग बचे हैं जो आरोपमुक्त हैं. नीतीश कुमार इसमें एक हैं. केसी त्यागी ने कहा कि गठबंधन में सीट शेयरिंग पर कांग्रेस के रवैये से हम चिंतित हैं. सीट शेयरिंग में देरी नहीं होनी चाहिये. उन्होंने कहा कि केसी त्यागी ने कहा कि जेडीयू ने बिहार में पिछले लोकसभा चुनाव में 16 सीटों पर जीत हासिल की थी. इस बार के सीट शेयरिंग में 16 सीट से कम पर हम बात करने को भी तैयार नहीं है.

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कांग्रेस को व्यावहारिक होना होगा

जेडीयू के प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस की डिमांड के कारण अगर परेशानी होती है तो बिहार में हम राजद के साथ मिलकर बीजेपी को हराने में सक्षम हैं. ये बात कांग्रेस को समझना चाहिये. केसी त्यागी ने कहा कि जिन राज्यों में कांग्रेस की स्थिति मजबूत है वहां सीट शेयरिंग में कोई दिक्कत नहीं है. क्योंकि वहां किसी दूसरी पार्टी को सीट देना नहीं है. लेकिन जिन राज्यों में क्षेत्रीय पार्टियां मजबूत हैं, वहां कांग्रेस अनुपात से ज्यादा सीटें मांग रही है. ये अव्यवहारिक है. कांग्रेस को वस्तुस्थिति समझ कर सीट की डिमांड करनी चाहिये. केसी त्यागी ने स्वीकार किया कि चुनावी तैयारियों में बीजेपी आगे निकलती जा रही है और कांग्रेस के कारण विपक्षी पार्टियों के गठबंधन में सीट शेयरिंग नहीं हो पा रहा है.

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