जिले में आज से शुरू होगा फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम
जिले में शुक्रवार से फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरुआत की जायेगी. फाइलेरिया उन्मूलन के तहत नाइट ब्लड सर्वे (रात्रि रक्तपट्ट संग्रह) अभियान की शुरुआत की जायेगी.
जमुई . जिले में शुक्रवार से फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरुआत की जायेगी. फाइलेरिया उन्मूलन के तहत नाइट ब्लड सर्वे (रात्रि रक्तपट्ट संग्रह) अभियान की शुरुआत की जायेगी. जिले के सभी चयनित साइटों पर शिविर आयोजित कर मेडिकल टीम प्रत्येक व्यक्ति का सैंपल संग्रहित करेगी. एसीएमओ डॉ अरविंद कुमार ने बताया कि नाइट ब्लड सर्वे का कार्य आगामी 26 नवंबर तक विभाग द्वारा चयनित साइटों पर सैंपलिंग की जायेगी. इस दौरान एक साइट पर कुल तीन सौ लोगों का ब्लड सैम्पल लेने का लक्ष्य रखा गया है. इसे लेकर आशा घर-घर जाकर लोगों को सैंपलिंग कराने के लिए जागरूक कर रही है.
20 वर्ष व इससे अधिक आयु वर्ग के लोगों का लिया जा रहा सैंपल
सिविल सर्जन डॉ अमृत किशोर ने बताया जिले के सभी साइटों पर शुक्रवार से नाइट बल्ड सर्वे अभियान चलाया जायेगा. जो जिले के सभी दस प्रखंड के 22 चयनित साइटों पर आयोजित होगा. इनमें 11 सेंटिनल एवं 11 रैंडम साइट हैं. इसके तहत 20 वर्ष एवं इससे अधिक आयु वर्ग के सभी लोगों का सैंपल संग्रहित किया जायेगा. उन्होंने बताया कि इस बीमारी का पता लगने में 10 से 15 साल लग जाता है. शुरुआती दौर में ही बीमारी की पहचान होने पर समुचित इलाज से बीमारी को मात दी जा सकती है. सीएस ने बताया कि रात 08.30 से 12 बजे के बीच इस बीमारी की जांच करने के लिए सबसे उपयुक्त समय है. दरअसल, इस दौरान कीटाणु सक्रिय होता है जिस कारण आसानी से शुरुआती दौर में बीमारी का पता लग जाता है.
क्या है फाइलेरिया
फाइलेरिया को आम भाषा में हाथीपांव रोग कहा जाता है. यह बीमारी मच्छर के काटने से फैलती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, दीर्घकालिक दिव्यांगता की एक बड़ी वजह फाइलेरिया है. यह एक ऐसी घातक बीमारी है जो शरीर को धीरे-धीरे खराब करती. फाइलेरिया एक परजीवी द्वारा होने वाला रोग है जो धागा के समान दिखने वाले ””””फाइलेरिओडी”””” नामक निमेटोड के कारण होता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
