नये लेबर कोड श्रमिक विरोधी – भाकपा
संविधान दिवस के अवसर पर संयुक्त ट्रेड यूनियन और संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर बुधवार को बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा स्थल पर प्रतिरोध सभा की गयी.
जमुई. संविधान दिवस के अवसर पर संयुक्त ट्रेड यूनियन और संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर बुधवार को बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा स्थल पर प्रतिरोध सभा की गयी. कार्यक्रम की अध्यक्षता सीपीआइ के वरिष्ठ नेता गजाधर रजक ने की, जबकि संचालन एक्टू जिला प्रभारी बासुदेव राय ने किया. भाकपा माले नेता बाबू साहब सिंह ने केन्द्र सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि खेत-खलिहानों में काम करने वाले किसानों और कारखानों में मेहनत करने वाले श्रमिकों के लंबे संघर्षों व शहादतों के बल पर संविधान में जो 29 प्रकार के श्रम कानून बने थे, उन्हें एक झटके में खत्म कर दिया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि नये लेबर कोड कॉरपोरेट हितों को बढ़ावा देने वाले तथा किसान-श्रमिक विरोधी हैं. सीपीआइ नेता नवल किशोर सिंह, भाकपा माले जिला सचिव शंभू शरण सिंह, सीपीएम जिला सचिव नागेश्वर महतो, तथा अन्य नेताओं नरेश यादव, सूर्यमोहन रावत ने भी केंद्र सरकार पर हमला बोला. वक्ताओं ने 21 नवंबर को लाए गये चार नये श्रम कोड को रद्द करने की मांग की. साथ ही 16 सूत्री मांगों का ज्ञापन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के नाम जिलाधिकारी को सौंपा गया. धरना में कंचन रजक, मो हैदर, नरेश यादव, मुरारी तुरी, सूर्यमोहन रावत, जयप्रकाश रावत, रामदयाल यादव, सुरेंद्र यादव, किरण गुप्ता सहित बड़ी संख्या में श्रमिक व किसान उपस्थित थे.
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