प्राकृतिक खेती से होगा स्वस्थ जीवन का निर्माण

प्राकृतिक खेती ही भविष्य में स्वास्थ्य और समृद्धि का आधार बनेगी. उक्त बातें कृषि विज्ञान केंद्र जमुई के प्रमुख डॉ. सुधीर कुमार सिंह ने जिले की नामित कृषि सखियों के लिए आयोजित पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह में कही.

By PANKAJ KUMAR SINGH | November 21, 2025 9:03 PM

जमुई . प्राकृतिक खेती ही भविष्य में स्वास्थ्य और समृद्धि का आधार बनेगी. उक्त बातें कृषि विज्ञान केंद्र जमुई के प्रमुख डॉ. सुधीर कुमार सिंह ने जिले की नामित कृषि सखियों के लिए आयोजित पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह में कही. उन्होंने बताया कि जीविका के माध्यम से जिले में प्राकृतिक खेती के कुल नौ क्लस्टर बनाये गये हैं, जिनमें प्रत्येक से दो-दो कृषि सखियां चयनित की गयी हैं. बिहार सरकार के कृषि विभाग की पहल पर इन सखियों को प्राकृतिक खेती की नवीन तकनीकों का प्रशिक्षण देने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र भेजा गया था. पांच दिवसीय प्रशिक्षण में प्राकृतिक खेती की उपयोगिता, बीजोपचार के लिए बीजामृत, भूमि की उर्वराशक्ति बढ़ाने के लिए घनजीवामृत, तथा कीट-रोग नियंत्रण के लिए आग्नेयास्त्र और ब्रह्मास्त्र जैसी जैविक दवाओं की तैयारी का प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को जिन गांवों में प्राकृतिक खेती अपनाई जा रही है, वहां भ्रमण कर व्यावहारिक जानकारी भी उपलब्ध करायी गयी. कृषि विज्ञान केंद्र ने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त ये सभी कृषि सखियां अब अपने-अपने क्षेत्र में महिलाओं और किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रेरित करेंगी और उनसे तकनीक साझा करेंगी. कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किये गये. समापन सत्र में सहायक प्राध्यापक सुष्मिता रानी ने सफल आयोजन में सहयोग देने वाले सभी लोगों का आभार जताया. मौके पर बबीता कुमारी, साक्षी कुमारी, उषा कुमारी के साथ डॉ. प्रमोद कुमार सिंह, डॉ. प्रवीण कुमार और रोहित सिंह उपस्थित थे.

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