Bihar: हाजीपुर में मिड डे मील खाने से 40 बच्चे बीमार, चार की स्थिति गंभीर, आक्रोशित परिजनों ने जमकर काटा बवाल

‍Bihar: हाजीपुर के सहदेई बुजुर्ग प्रखंड के मध्य विद्यालय तोई मठ में मध्याह्न भोजन खाने के बाद चार दर्जन से अधिक बच्चों की तबीयत गुरुवार को खराब हो गयी. 40 बच्चों को सहदेई बुजुर्ग पीएचसी में भर्ती कराया गया. वहां से चार बच्चों को सदर अस्पताल, हाजीपुर रेफर कर दिया गया.

By Prabhat Khabar Print Desk | March 3, 2023 9:40 AM

‍Bihar: हाजीपुर के सहदेई बुजुर्ग प्रखंड के मध्य विद्यालय तोई मठ में मध्याह्न भोजन खाने के बाद चार दर्जन से अधिक बच्चों की तबीयत गुरुवार को खराब हो गयी. 40 बच्चों को सहदेई बुजुर्ग पीएचसी में भर्ती कराया गया. वहां से चार बच्चों को सदर अस्पताल, हाजीपुर रेफर कर दिया गया. इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने स्कूल परिसर में हंगामा किया. सूचना मिलते ही बीडीओ, सीओ, बीइओ व सहदेई बुजुर्ग ओपी की पुलिस स्कूल पहुंची और पूरे मामले की जानकारी ली. साथ ही अस्पताल पहुंचकर बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली. डॉक्टर ने फूड प्वाइजनिंग की आशंका जाहिर की है. जानकारी के अनुसार, गुरुवार की शाम करीब तीन बजे बच्चों ने पेट दर्द की शिकायत की. पेट दर्द की शिकायत के बाद बच्चों को स्कूल से घर भेज दिया गया. लेकिन, बच्चों की तबीयत ज्यादा खराब होने पर एंबुलेंस से पीएचसी ले जाया गया.

परिजनों ने किया हंगामा

बच्चों के बीमार होने के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. एक बीमार बच्चे की पिता ने बताया कि खाना खाने के करीब दो घंटे बाद ही, बच्चे के पेट में दर्द होने लगा. हमें लगा की पेट में गैस के कारण दर्द है. मगर दर्द बढ़ता गया. ऐसे में हम अपने बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे तो पता चला की पहले से उसी स्कूल में पढ़ने वाले कई बच्चों का इलाज चल रहा था. बीमार बच्चों के परिजनों का कहना है कि स्कूल में मिलने वाला मिड डे मील घटिया क्वालिटी का होता है. कई बार शिकायत की गयी मगर कोई सुनवाई नहीं हुई.

Also Read: बिहार में बदल गया जमीन रजिस्ट्री का नियम, दाखिल-खारिज में अब नहीं होगी परेशानी, जानें पूरी बात

261 बच्चों ने किया था मध्याह्न भोजन

गुरुवार को एकता शक्ति फाउंडेशन की ओर से मिड डे मील भेजा था. स्कूल के शिक्षक ने भोजन को चखा था. उसके बाद बच्चों को दाल, चावल व आलू कद्दू की सब्जी खिलायी गयी. करीब 261 बच्चों ने भोजन किया था. करीब दो घंटे बाद बच्चों की तबीयत खराब होने लगी.

Next Article

Exit mobile version