गोपालगंज में 52.30% पड़े वोट, 20 संदिग्ध हुए गिरफ्तार

लोकसभा सुरक्षित संसदीय सीट पर शनिवार को मतदान शांतिपूर्ण हो गया. भीषण गर्मी और वोट बहिष्कार के बावजूद 52.30 प्रतिशत मतदान हुआ. वहीं देर शाम तक बरौली विधानसभा के मांझा और हथुआ विधानसभा के चैनपुर में दो मतदान केंद्रों पर वोटिंग की प्रक्रिया जारी थी.

By Prabhat Khabar Print | May 25, 2024 9:43 PM

गोपालगंज. लोकसभा सुरक्षित संसदीय सीट पर शनिवार को मतदान शांतिपूर्ण हो गया. भीषण गर्मी और वोट बहिष्कार के बावजूद 52.30 प्रतिशत मतदान हुआ. वहीं देर शाम तक बरौली विधानसभा के मांझा और हथुआ विधानसभा के चैनपुर में दो मतदान केंद्रों पर वोटिंग की प्रक्रिया जारी थी.बूथ नं 240 पर एक भी वोट नहीं पड़े. जबकि बरौली के चंदनटोला बूथ नं 223 पर महज नाँै वोट कराया गया. रसोईया व आंगलबाडी वालों ने वोट किया. वहीं दूसरी ओर जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम मोहम्मद मकसूद आलम ने बताया कि जिलेभर में लोकसभा का चुनाव शांतिपूर्ण कराया गया. चुनाव के दौरान 20 लोगों को डिटेन भी किया गया, जिसमें दो लोगों को जेल भेज दिया गया जबकि 18 लोगों को थाने से छोड़ दिया गया. इनमें एक युवक शराब की नशे में मतदान केंद्र पर पहुंचा था, जबकि दूसरे ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया था. डीएम ने बताया कि मतदान का प्रतिशत बढ़ सकता है. जिन जगहों पर शाम छह बजे से पहले मतदाता कतार में लग चुके थे, उनकी वोटिंग करायी जा रही है. वहीं, मतदान केंद्रों से कड़ी सुरक्षा के बीच सील करके ईवीएम को थावे स्थित वज्र गृह में लाया जा रहा है. एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि वज्रगृह में इवीएम की सुरक्षा के लिए थ्री लेयर में सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है. गोपालगंज में जेडीयू सांसद सह एनडीए प्रत्याशी डॉ आलोक कुमार सुमन, महागठबंधन से वीआइपी प्रत्याशी प्रेमनाथ चंचल पासवान समेत 11 प्रत्याशियों का किस्मत इवीएम में लॉक हो गयी है. चार जून को मतगणना होगी. गोपालगंज में वर्ष-2019 में हुए लोकसभा चुनाव में 55.30 प्रतिशत मतदान हुआ था. गोपालगंज में यह मत प्रतिशत 2014 से भी अधिक था. 2014 में 54.60 प्रतिशत मतदान हुआ था, लेकिन इस बार मतदान का प्रतिशत तीन प्रतिशत कम रहा. जिला प्रशासन की ओर से मौसम का हवाला दिया जा रहा है, हालांकि कई जगहों पर लोगों ने शुरुआती दौर से ही मतदान का बहिष्कार कर दिया, इसका असर मतदान के प्रतिशत पर पड़ा है. वहीं दूसरी ओर मतदान संपन्न होने के बाद इवीएम थावे में स्थित वज्रगृह में पहुंचने लगी. एक-एक कर सैकड़ों गाड़ियां अचानक थावे में पहुंच गयीं, इससे एनएच-531 पर जाम लग गया. हालांकि ट्रैफिक पुलिस की ओर से आम लोगों के वाहन परिचालन को लेकर रूट डायवर्ट किया गया था, इससे आम लोगों को परेशानी कम हुई, लेकिन इवीएम जमा करने के लिए पहुंचे चुनाव कर्मियों को जाम की वजह से परेशान होना पड़ा. हालांकि सदर एसडीपीओ प्रांजल, नगर इंस्पेक्टर ओमप्रकाश चौहान के अलावा थावे थानाध्यक्ष धीरज कुमार के साथ पुलिस टीम जाम को हटाने में देर रात तक जुटी रही.

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