Bihar News: 2023 मार्च तक पीडीएस दुकानों में मिलेगा पौष्टिक चावल, देश के 80 करोड़ लोगों को मिलेगा लाभ

Bihar News मंत्री ने कहा कि आज करोड़ों लोगों को वन नेशन वन राशन का लाभ मिल रहा है. देश के 32 राज्य अब तक इस योजना से जुड़ चुके हैं.

By Prabhat Khabar | November 17, 2021 10:50 AM

गया. वन, पर्यावरण जलवायु परिवर्तन, उपभोक्ता मामले, खाद्य व सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे मंगलवार को गया पहुंचे. सर्किट हाउस में प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि देश की गर्भवती महिलाओं व बच्चों को कुपोषण से सुरक्षित रखने के लिए केंद्र सरकार 2023 मार्च तक देश की सभी पीडीएस दुकानों में पौष्टिक युक्त चावल पहुंचायेगी. इसी चावल का वितरण किया जायेगा.

इस प्रक्रिया के बाद धीरे-धीरे यह सुनिश्चित किया जायेगा कि पूरे देश में सामान्य दुकानों में भी पौष्टिक युक्त चावल ही मिले. इसके लिए कृषि वैज्ञानिक काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार खाद्य सुरक्षा की गारंटी दे रही है. देश का कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहे, यही सरकार का संकल्प है. मंत्री ने कहा कि आज करोड़ों लोगों को वन नेशन वन राशन का लाभ मिल रहा है. देश के 32 राज्य अब तक इस योजना से जुड़ चुके हैं.

80 करोड़ आबादी के लिए 600 मीटरिक टन अनाज

मंत्री ने कहा कि कोविड के समय केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत देश के 80 करोड़ लोगों को पांच किलो अनाज देने का निर्णय लिया था. इस योजना के तहत अब तक 565 लाख मीटरिक टन अनाज बांट दिया गया है. लक्ष्य 600 मीटरिक टन का है, इसे जल्द प्राप्त कर लिया जायेगा. यह विश्व की सबसे अनूठी योजना है, जिसकी प्रशंसा विश्व भर में हो रही है.

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इस योजना के तहत बिहार में 98.81 लाख मीटरिक टन अनाज का वितरण किया जा चुका है, जिसका मूल्य लगभग 23 हजार करोड़ है. उन्होंने कहा कि 2014-15 की तुलना में 2021-22 में देश भर में दोगुना अनाज की खरीद हुई है. केंद्र सरकार के कुशल नेतृत्व में किसानों को उनकी लागत का डेढ़गुना मूल्य मिला है. प्रेसवार्ता में मंत्री के साथ भाजपा जिलाध्यक्ष धनराज शर्मा भी उपस्थित थे.

ठेके पर काम करने वालों को भी देनी होंगी ये सुविधाएं

ठेका पर काम करने वाले कामगारों को भी परिसर में पूरी सुविधा दी जायेगी. नियोक्ताओं के परिसर में शौचालय, वाशरुम, पेयजल, नहाने की सुविधा अगर अपेक्षित हो, कपड़े बदलने का कक्ष, प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स, कैंटीन, शिशु गृह जैसी अन्य सुविधाएं ठेका श्रमिकों को देनी होगी. नियोक्ता के परिसर से हटकर काम करने वाले ठेका कामगारों को भी यह तमाम सुविधाएं दी जायेगी.

Posted by: Radheshyam Kushwaha

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