मानपुर : अंजना के पिता तुराज और लीला को भेजा जेल, विरोध में बंद रहे पावरलूम

मानपुर : अंजना हत्या कांड में बुनियादगंज पुलिस ने अंजना के पिता तुराज पटवा उर्फ नीमा व उसके दोस्त लाला पटवा को शनिवार को जेल भेज दिया. इधर, पुलिस ने अंजना के कथित प्रेमी पिंटू कुमार को हिरासत में ले रखा है. लेकिन, सवाल उठता है कि आखिर पुलिस ने पटवाटोली के पिंटू नाम के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 12, 2019 8:22 AM
मानपुर : अंजना हत्या कांड में बुनियादगंज पुलिस ने अंजना के पिता तुराज पटवा उर्फ नीमा व उसके दोस्त लाला पटवा को शनिवार को जेल भेज दिया. इधर, पुलिस ने अंजना के कथित प्रेमी पिंटू कुमार को हिरासत में ले रखा है. लेकिन, सवाल उठता है कि आखिर पुलिस ने पटवाटोली के पिंटू नाम के तीन बच्चों के क्यों उठाया है. इधर, सूत्रों के अनुसार पुलिस हिरासत में रहे अंजना की मां आशा देवी को छोड़ दिया है. लेकिन, पटवा टोली के शंकर कुमार, भेखराज पटवा, मिथिलेश पटवा को हिरासत में लेकर पूछताछ करने में जुटी है.
अंजना के परिवार की हैसियत उसके रहन-सहन का व मकान को देखने से स्पष्ट नजर आता है. मात्र तीन फिट के संकीर्ण गली में अर्धनिर्मित तुराज पटवा का घर है. उसमें तुराज की पत्नी आशा देवी चार बच्चों के साथ रहती है. उस घर के बगल में अंजना के चाचा कैलाश पटवा व गोपाल पटवा का मकान है. तीनों भाई के मिला कर लगभग 250 वर्ग फिट जमीन होती है.
अगर अंजना के परिवार वाले उसका गला काट हत्या करते तो उसके आसपास व परिवार के लोगों तक जरूर आवाज पहुंचती. पुलिस के अनुसार अंजना 28 दिसंबर को लापता हुई व 31 दिसंबर को शाम में घर लौटी. ऐसे में सवाल उठता है कि अंजना जब घर लौट रही थी तो क्या उस पर किसी की भी नजर नहीं पड़ी. अंजना के लापता होने की बातें सभी के पास थी तो आने के बाद बातें सभी लोगों के पास क्यों नहीं पहुंची.
बेरोजगार हो गये 45 हजार कामगार-मजदूर
अंजना हत्या कांड काे एक तरफ पुलिस ऑनर किलिंग का मामला साबित कर अपनी पीठ-पीठ थप-थपाने में जुटी है, तो दूसरी तरफ मानपुर के पटवाय समाज ने पुलिस के खुलासे की थ्योरी पर ही सवालिया निशान खड़ा कर दिया है. समाज से जुड़े लोगों का आरोप है कि पुलिस ने हड़बड़ी में जोर जबर्दस्ती करते हुए हत्या का आरोप मृतका के परिजनों के ऊपर ही थोप दिया है जबकि मामला कुछ और ही है.
पटवाय जाति के लोगों का मानना है कि पुलिस अंजना की सबसे छोटी बहन आठ साल की सिमरन कुमारी की बातों को सच मान कर मृतक के पिता तुराज कुमार पटवा उर्फ नीना व उसके दोस्त लीला पटवा को हत्या का अारोपित बना दिया लेकिन, पुलिस ने न तो हत्या वाली जगह व हत्या में इस्तेमाल किये गये हथियार को ही बरामद कर पायी है. पुलिस अपनी विफलता को छिपाने के लिए गरीब परिवार पर मनमानी कर रही हैै.
इसके विरोध में मानपुर के पटवाय जाति समुदाय ने पटवाटोली में चलने वाले आठ हजार पावरलूम को अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया. इससे एक तरफ भय व दहशत, तो दूसरी तरफ आक्रोश का भाव महिलाओं से लेकर छात्रों में दिख रहा है. वस्त्र उद्योग बुनकर सेवा समिति के अध्यक्ष प्रेम नारायण पटवा व जीतेश पटवा ने बताया कि पावरलूम बंद होने से लगभग एक करोड़ के कारोबार का नुकसान हुआ है.
सीबीआइ से हो जांच : भाकपा माले
पटना. भाकपा माले ने गया के मानपुर में हुई अंजना हत्याकांड की जांच सीबीआइ से कराने की मांग की है. पार्टी की एक टीम इस सिलसिले में मानपुर के पटवा टोली पटना जाकर घटना की तहकीकात की. इसके बाद शुक्रवार को पटना में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि इस केस में गया पुलिस की भूमिका संदेहात्मक है.
टीम में शामिल ऐपवा के राज्य सचिव शशि यादव ने कहा कि भाकपा-माले -ऐपवा ने निर्णय लिया है कि पुलिस के ज्यादती के खिलाफ आगामी 16 जनवरी को गया के डीएम के समक्ष प्रदर्शन किया जायेगा.
साथ ही सरकार से मांग की जायेगी कि मामले में लापरवाही करने वाली पुलिस पर कड़ी कार्रवाई हो और मृतक के परिजनों को नौकरी व मुआवजा मिले. घटना का विरोध गया, जहानाबाद, अरवल व नवादा में भी होगा. उन्होंने कहा कि अंजना की हत्या कैसे हुई और हत्या के पूर्व उसके साथ क्या हुआ इसकी पूरी मेडिकल रिपोर्ट तक पुलिस ने अभी तक दबा कर रखा है.
पीड़िता के पिता सहित उसके ही घर से छोटी बच्चों को भी पुलिस अपराधियों की तरह ले गयी है. पुलिस के मुताबिक मामला ऑनर किलिंग का हैं, लेकिन यह बिल्कुल गलत है. गया के जिला सचिव निरंजन कुमार ने कहा कि जब पीड़िता की लाश मिली, तो उसके पहले से ही पुलिस की कार्रवाई धीमी थी.

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