श्मशान पहुंचने के बाद जब मुर्दे में आ गयी जान और उसके बाद …

गया : बिहार के गया से एक चौंकाने वाली खबर मिल रही है. यहां के विष्णुपद स्थित श्मशान घाट में सोमवार को 80 साल के वृद्ध रामकृत प्रसाद की मौत के बाद उन्हें जलाने के लिये चिता तैयार कर ली गयी थी, लेकिन चिता पर रखने से ठीक पहले वो जिंदा हो उठे. घटना की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 30, 2018 4:44 PM

गया : बिहार के गया से एक चौंकाने वाली खबर मिल रही है. यहां के विष्णुपद स्थित श्मशान घाट में सोमवार को 80 साल के वृद्ध रामकृत प्रसाद की मौत के बाद उन्हें जलाने के लिये चिता तैयार कर ली गयी थी, लेकिन चिता पर रखने से ठीक पहले वो जिंदा हो उठे. घटना की खबर आग की तरह आसपास के क्षेत्रों में फैल गयी और लोगों का हुजूम श्मशान घाट पर जमा हो गया.

मामला बिहार के गया जिले के कुजापी गांव से जुड़ा है. जानकारी के मुताबिक कुजापी गांव निवासी 80 वर्षीय रामकृत प्रसादलंबेसमय से बीमार से चल रहे थे और उनकी मौत सोमवार की सुबह 5 बजे हो गयी थी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक परिजन उन्हें अंतिम संस्कार के लिएबारह बजे श्मशान घाट ले गये. अंतिम संस्कार के लिए सारी सामग्री भी आ गयी और चिता भी बनकर तैयार हो गया था. इस दौरान मृत व्यक्ति को उनके परिजन देखने गये तभी परिजनों ने देखा कि उनकी नब्ज चल रही है और वो जिंदा हैं.

आनन फानन में परिजनों ने चिकित्सकों को बुलाया और जांच की गयी तो वे जीवित पाये गये. इसके बाद परिजनों ने अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल ले गये, जहां करीब वे एक घंटे जीवित रहने के बाद उनकीमौत हो गयी. जांच के बाद मेडिकल के डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इलाके के लोगों के बीचये घटना चर्चा का विषय बनी हुई है.