नगर निगम: खर्च होंगे 2.13 अरब

गया: नगर निगम क्षेत्र में नागरिक सुविधाओं व आधारभूत संरचना के विकास पर वित्तीय वर्ष 2014-15 में दो अरब, 13 करोड़, 29 लाख रुपये खर्च किये जायेंगे. गुरुवार को मेयर विभा देवी की अध्यक्षता में हुई वार्ड पार्षदों की बैठक में नगर निगम का वार्षिक बजट पारित कर दिया गया. इसमें अनुमानित पूंजीगत आय एक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 28, 2014 10:05 AM

गया: नगर निगम क्षेत्र में नागरिक सुविधाओं व आधारभूत संरचना के विकास पर वित्तीय वर्ष 2014-15 में दो अरब, 13 करोड़, 29 लाख रुपये खर्च किये जायेंगे. गुरुवार को मेयर विभा देवी की अध्यक्षता में हुई वार्ड पार्षदों की बैठक में नगर निगम का वार्षिक बजट पारित कर दिया गया.

इसमें अनुमानित पूंजीगत आय एक अरब, 48 करोड़, 73 लाख 15 हजार, 88 रुपये व अनुमानित राजस्व आय 64 करोड़, 28 लाख, 91 हजार, 397 रुपये दिखाया गया है. बजट में विकास कार्य, जन सुविधाएं व कर्मचारियों के वेतन सहित अन्य मदों पर होनेवाले अनुमानित पूंजीगत व्यय एक अरब 48 करोड़, 96 लाख व अनुमानित राजस्व व्यय 64 करोड़, 33 लाख, 34 हजार दिखाया गया है. इस प्रकार आय के मुताबिक व्यय में 27 लाख, 27 हजार, 515 का अंतर (घाटा) दिखाया गया है.

वार्ड पार्षदों ने लगाया उपेक्षा का आरोप : बैठक में कई वार्ड पार्षदों ने बजट में उनके क्षेत्रों की उपेक्षा किये जाने का आरोप लगाया. वार्ड-28 (कटारी हिल) की पार्षद अनीता देवी ने कई बार अपनी बात रखने की कोशिश की. लेकिन, शोर-शराबे के बीच उनकी नहीं सुनी गयी. पार्षद का कहना था कि बजट में उनके क्षेत्र में स्थित एक तालाब के जीर्णोद्धार के लिए कोई प्रस्ताव नहीं है. हल्के शोर-शराबे के बीच स्टैंडिंग कमेटी द्वारा संशोधित व स्वीकृत बजट को पारित कर दिया गया. नगर आयुक्त रामविलास पासवान ने कहा कि बजट साल भर का आय-व्यय का लेखा-जोखा होता है. इसमें आय व व्यय दोनों अनुमानित है. लेकिन, हमलोगों को यह प्रयास करना चाहिए कि नागरिक सुविधाओं व जनोपयोगी कार्यो को समय सीमा के अंदर पूरा करा लिया जाये. हालांकि, नगर आयुक्त ने कुछ कर्मचारियों को चेतावनी दी कि वह 10-20 रुपये की लालच में निगम को लाखों का नुकसान होने से बचायें.

आये सुझाव व शिकायतें भी : बैठक में सुझाव व शिकायतें भी आये. वार्ड पार्षद ब्रजभूषण प्रसाद ने कहा कि कचरे के कारण शहर की अधिकतर नालियां हैं. पानी का बहाव रुक गया है. कई क्षेत्रों में नाली का पानी सड़कों पर बह रहा है. अभी हमारे पास समय है. बरसात से पहले शहर की नालियों की सफाई शुरू करा देनी चाहिए. बरसात में सफाई कार्य ठीक ढंग से नहीं हो पायेगा. पार्षद अनीता देवी ने बताया कि उनके क्षेत्र स्थित तालाब में पक्का घाट नहीं बना है. छठ पर्व अघ्र्य देने आये लोगों को कीचड़ में घुस कर तालाब में जाना पड़ता है. पार्षद शशि किशोर शिशु ने आरोप लगाया कि उनके क्षेत्र में सफाई कार्य के लिए तैनात ट्रैक्टर चालक सहयोग नहीं करता है.

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