Coronavirus in Bihar : दरभंगा का कोरोना संक्रमण पॉजिटिविटी रेट बिहार में सबसे कम, पटना में सबसे अधिक

कोरोना के बढ़ते संक्रमण के रोकथाम एवं कोरोना मरीजों के उपचार के लिए की जा रही व्यवस्था की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समीक्षा की.

By Prabhat Khabar | April 28, 2021 1:54 PM

दरभंगा. कोरोना के बढ़ते संक्रमण के रोकथाम एवं कोरोना मरीजों के उपचार के लिए की जा रही व्यवस्था की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समीक्षा की. ऑन लाइन माध्यम से हुई समीक्षा के दौरान अपर मुख्य सचिव, सभी प्रधान सचिव, सभी सचिव, सभी प्रमण्डलीय आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उपमहानिरीक्षक, जिलाधिकारी, वरीय पुलिस अधीक्षक व स्वास्थ्य विभाग के स्थानीय पदाधिकारी शामिल थे.

बैठक में उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद, शिक्षा मंत्री विजय चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय तथा सीएम के दोनों प्रधान सचिव भी उपस्थित थे. इसमें स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रदेश की स्थिति से अवगत कराया.

कोरोना संक्रमण के कुल मामले, जिला की पॉजिटिविटी तथा एक्टिव केस से संबंधित जिलों की सूची जारी की गई. इसमें प्रति दस लाख की जनसंख्या पर सर्वाधिक पॉजिटिव मामले पटना जिला में तथा सबसे कम 202 दरभंगा जिला का रहा. दरभंगा का पॉजिटिविटी रेट बिहार में सबसे कम 1.1 प्रतिशत रहा.

बैठक में अपने जिले की स्थिति से अवगत कराते हुए दरभंगा के जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम ने बताया कि जिला में 1,094 एक्टिव केस हैं. शहरी क्षेत्र में 61 प्रतिशत तथा ग्रामीण क्षेत्र में 39 प्रतिशत हैं. शहरी क्षेत्र की पॉजिटिविटी रेट 3.2 प्रतिशत एवं ग्रामीण क्षेत्र की पॉजिटिविटी रेट 2.2 प्रतिशत है. वैसे पंचायत जहां लोग बाहर से आये हैं, वहां टेस्टिंग करायी जा रही है.

डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल डीएमसीएच में 120 बेड ऑक्सीजनयुक्त तथा आठ वेंटिलेटरयुक्त बेड उपलब्ध है. डीएमसीएच से 16 प्रमुख निजी हॉस्पिटलों को सम्बद्ध किया गया है. इनमें 162 बेड तथा 35 वेंटिलेटरयुक्त बेड उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा कि जिला में एक ऑक्सीजन प्लांट है और लिक्विड ऑक्सीजन लाने के लिए कॉमफेड से एक क्रयोजनिक टैंकर उपलब्ध हो गया है.

इसलिए यहां ऑक्सीजन आपूर्ति की कोई समस्या नहीं होगी. डीएम ने ग्रामीण स्वास्थ्यकर्मियों को दिये गये प्रशिक्षण, व्यवासियों के साथ बैठक कर सप्ताह में तीन दिन की बाजार बंदी व जांच तथा वैक्सीनेशन आदि के प्रबंध से भी अवगत कराया. उन्होंने कहा कि डीएमसीएच में चार डी-फ्रीजर उपलब्ध है. यहां पांच जिलों के मरीज आते हैं. इसलिए कुछ और डी-फ्रीजर की आवश्यकता है.

डीएमसीएच के फाइनल इयर की परीक्षा यदि हो जाती, तो इस असप्ताल को नये हाउस सर्जन मिल जाते. बैठक में दरभंगा से पुलिस महानिरीक्षक अजिताभ कुमार, जिलाधिकारी डॉ एसएम, प्रभारी पुलिस अधीक्षक अशोक प्रसाद, सिविल सर्जन डॉ संजीव कुमार सिन्हा, जन सम्पर्क पदाधिकारी नागेन्द्र कुमार गुप्ता आदि उपस्थित थे.

Posted by Ashish Jha

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