दरभंगा मेडिकल कॉलेज के 18 विभागाध्यक्षों से स्पष्टीकरण

उपस्थिति पंजिका नहीं भेजने को लेकर किया गया कारणपृच्छा प्राचार्य ने 24 घंटे में मांगा जवाब निर्देश के बावजूद नहीं भेज रहे शिक्षकों की उपस्थिति पंजी एमसीआइ निरीक्षण को लेकर सभी चिकित्सकों की छुट्टी रद्द दरभंगा : डीएमसी प्राचार्य डॉ एचके झा ने मंगलवार को 18 विभागाध्यक्षों को चिकित्सकों की उपस्थिति पंजिका कार्यालय में उपलब्ध […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 6, 2019 1:08 AM

उपस्थिति पंजिका नहीं भेजने को लेकर किया गया कारणपृच्छा

प्राचार्य ने 24 घंटे में मांगा जवाब
निर्देश के बावजूद नहीं भेज रहे शिक्षकों की उपस्थिति पंजी
एमसीआइ निरीक्षण को लेकर सभी चिकित्सकों की छुट्टी रद्द
दरभंगा : डीएमसी प्राचार्य डॉ एचके झा ने मंगलवार को 18 विभागाध्यक्षों को चिकित्सकों की उपस्थिति पंजिका कार्यालय में उपलब्ध नहीं कराने को लेकर स्पष्टीकरण पूछा है. विभागाध्यक्षों से 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब भेजने को कहा गया है. विदित हो कि रोजाना सभी विभागों को सुबह 10.30 बजे तक प्राचार्य कार्यालय में उपस्थिति पंजिका भेजनी है.
मंगलवार को केवल मेडिसीन, इएनटी, टीबी एण्ड चेस्ट, पीएसएम, इएनटी, एफएमटी एवं शिशु विभाग से समय सीमा के भीतर उपस्थिति पंजिका प्राचार्य कार्यालय को समर्पित की गयी. जबकि अन्य विभागों द्वारा उपस्थिति पंजिका नहीं भेजी गयी. इसी के मद्देनजर प्राचार्य ने यह कार्रवाई की है.
बता दें कि एमसीआई के निर्देश के तहत सभी विभागों को सुबह 10.30 बजे तक अपने- अपने विभाग की उपस्थिति पंजिका भेजना है. सुबह 11 बजे के बाद उपस्थित होने के बावजूद चिकित्सकों को अनुपस्थित माना जाता है.
गौरतलब है कि डीएमसीएच में कुल 25 विभाग संचालित है. इधर यूजी के सीटों में बढ़ोतरी के मानक के अनुपालन के मद्देनजर एमसीआई की टीम इस सप्ताह डीएमसीएच का निरीक्षण करने पहुंच सकती है. इसे लेकर प्राचार्य ने सभी चिकित्सकों की छुट्टी रद्द कर दी है. बता दें कि पूर्व के निरीक्षण में एमसीआई के द्वारा कई कमियां बतायी गयी थी. उसको पूरा करने के बाद डीएमसी प्रशासन ने अनुपालन रिर्पोट भेजा था. उसी आलोक में यह निरीक्षण होना है. डीएमसी में अभी 90 यूजी सीटों पर नामांकन होता है.
आपातकालीन विभाग में मरीजों के हृदय गति व सांस संबंधी बीमारी का हो सकेगा त्वरित उपचार
विभाग में आज से शुरू हुआ रिशफसिटेशन कक्ष: दरभंगा. डीएमसीएच के आपातकालीन विभाग में हृदय व सांस से संबंधित मरीजों के त्वरित उपचार के लिए रिशफसिटेशन रुम शुरू कर दिया गया है. विभाग में एनिस्थिसिया विभाग के चिकित्सक व कर्मी 24 घंटे मौजूद रहेंगे. मरीजों की हृदय गति अवरुद्ध होने या सांस संबंधी आपात स्थिति पर तुरंत चिकित्सकीय समाधान उपलब्ध कराया जायेगा. इस दौरान मरीजों को कृत्रिम सांस देकर जान बचाने का प्रयास किया जायेगा.
बाद में आगे की चिकित्सकीय प्रक्रिया शुरु की जायेगी. इसके लिये विभाग में वेंटिलेटर, मोनिटर, सक्शन आदि कई उपकरण लगाये गये हैं. वस्तुस्थिति की जानकारी लेने के लिये मंगलवार को अधीक्षक डॉ आरआर प्रसाद ने विभाग का जायजा लिया. वहां उपकरणों व अन्य सुविधाओं की जानकारी ली.

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