बिहार के कॉलेजों में अब इंटर की पढ़ाई बंद हो जाएगी? शिक्षा विभाग के बंद लिफाफे में और क्या है.. जानिए

Bihar University News: बिहार के सरकारी कॉलेजों में अब इंटर की पढ़ाई बंद हो जाएगी. शिक्षा विभाग के बंद लिफाफे में ऐसे ही कुछ विशेष सुझाव हैं. दरअसल विश्विद्यालयों में सेशन लेट होने के बाद अब इसके समाधान की तैयारी चल रही है.

By Prabhat Khabar Print Desk | February 1, 2023 4:02 PM

Bihar Inter Study News: बिहार के सरकारी कॉलेजों में अब इंटर की पढ़ाई बंद हो सकती है. दरअसल विश्वविद्यालयों के सत्र नियमित करने, परीक्षा कैलेंडर बनाने और अकादमिक गतिविधियों को बेहतर बनाने की दिशा में गठित उच्चस्तरीय सुधार समिति की रिपोर्ट पर शिक्षा विभाग संभवत: कल से समीक्षा करेगा. इसी रिपोर्ट में ये विशेष सुझाव भेजा गया है.

राजभवन भेजा जाएगा रिपोर्ट

शिक्षा मंत्री और अपर मुख्य सचिव की मौजूदगी में इस रिपोर्ट का अध्ययन किया जायेगा. इसके बाद विभाग इस रिपोर्ट के कुछ बिंदुओं पर अमल के लिए राजभवन भेजेगा. हालांकि इस पर औपचारिक निर्णय अभी लिया जाना बाकी है.

सील बंद लिफाफे में सौंपी गयी रिपोर्ट

शिक्षा विभाग से मिली आधिकारिक जानकारी के मुताबिक पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति की अध्यक्षता में गठित उच्चस्तरीय समिति ने सील बंद लिफाफे में रिपोर्ट विभाग को सौंपी है. विभागीय अफसरों ने अभी इसका अध्ययन नहीं किया है. शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर इस रिपोर्ट पर अपना आधिकारिक रुख जारी करेंगे. विभागीय अफसरों का कहना है कि शिक्षा विभाग की मंशा है कि इस रिपोर्ट को सीएम कार्यालय भेजा जाये.

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सेंट्रलाइज एडमिशन शुरू करने की सलाह

सूत्रों के मुताबिक इस रिपोर्ट के संदर्भ में पता चला है कि समिति ने यह रिपोर्ट सर्व सम्मति से नहीं तैयार की है. कुछ समिति सदस्यों ने इस पर अपनी असहमति भी दर्ज करायी है. फिलहाल समिति की बैठक के दौरान यह बात सामने आ चुकी है कि समिति ने सुझाव दिया है कि पारंपरिक विश्वविद्यालयों में सेंट्रलाइज एडमिशन शुरू किये जाने पर विचार किया जाये.

विश्वविद्यालयों को सुझाव

समिति ने सुझाव दिया है कि विश्वविद्यालयों को चाहिए कि हर हाल में 2023 के एडमिशन की प्रक्रिया 15 जुलाई तक निबटा ली जाये. ताकि नया सत्र बिल्कुल समय पर जारी हो. सभी एक्जाम और उनका मूल्यांकन मई माह तक कराने का सुझाव भी समिति ने दिया है.

कॉलेजों से इंटरमीडिएट की पढ़ाई हटाई जाए

समिति की ओर से ये विशेष सुझाव दिया गया है कि कॉलेजों से इंटरमीडिएट की पढ़ाई को बंद कर दिया जाये. स्पोर्ट्स और एथलेटिक्स कैलेंडर को एकेडमिक कैलेंडर से जोड़ा जाये और विश्वविद्यालयों के विभिन्न पदाधिकारियों के कार्यों की जवाबदेही तय की जाए.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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