महर्षि दयानंद सरस्वती का मना महानिर्वाण दिवस
आर्य समाज जन कल्याण समिति द्वारा सोमवार को आर्य भवन चंपानगर में महर्षि दयानंद सरस्वती का महानिर्वाण दिवस मनाया गया
आर्य समाज जन कल्याण समिति द्वारा सोमवार को आर्य भवन चंपानगर में महर्षि दयानंद सरस्वती का महानिर्वाण दिवस मनाया गया. रामदेव प्रसाद आर्य की अध्यक्षता में संपन्न महानिर्वाण दिवस का शुभारंभ महर्षि दयानंद सरस्वतीजी के चित्र के सामने दीप प्रज्वलित कर संयोजक जगतराम साह कर्णपुरी ने किया. उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती वैदिक विचारधारा के महान प्रेरणापुंज थे. मुख्य अतिथि निरंजन कुमार सिन्हा थे. अध्यक्षता रामदेव प्रसाद आर्य ने की. शंकर वैदिक, पुरुषोत्तम आर्य, संतोष आर्य एवं देवेंद्र दास ने संबोधित किया. मौके पर जयप्रकाश, प्रणव कुमार, आशुतोष आशीष, शंकर दास, अरुण साह, राजेश आर्य आदि मौजूद थे.
बहबलपुर काली के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु
जिलेभर में सबसे ऊंची 32 फिट की बहबलपुर नाथनगर की बमकाली की प्रतिमा देखने आसपास के इलाकों की भीड़ उमड़ पड़ी. सोमवार मध्य रात्रि 12 बजे स्थापित की कई. 400 वर्ष से चली आ रही बली प्रथा आज भी यहां कायम है. मां काली की अराधना के दौरान पूरे गांव में उत्सव का माहौल कायम रहता है, जो पूरे साल गांव से बाहर रहते है वेलोग भी निश्चित रूप से काली पूजा में अपने घर जरूर आते है. मेढ़पति अजय सिंह ने बताया कि ऐसा मानना है की इस शक्तिपीठ में जो मां के पास अपनी फरियाद लगाते हैं, वह आवश्य पूरा होता है. मां का दरबार आज भी पीपल के पेड़ के नीचे स्थापित है. दो दिन बड़े स्तर पर मेला लगता है. प्रतिमा विसर्जन 23 अक्तूबर को होगा. इसके अलावा नूरपुर स्थित सोसायटी काली मंदिर में सोमवार की रात 12 बजे श्रद्धा और भक्ति के वातावरण में मां काली की विधिवत पूजा-अर्चना की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
