पंडई, ओरिया, दोहरम समेत पहाड़ी नदियां उफान पर, निचले इलाकों में घुसा पानी

गौनाहा अंचल क्षेत्र में चार दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश होने से पहाड़ी नदियां उफान पर हैं. पहाड़ी नदियों में बाढ़ आने से पंडई, दोहरम, द्वारदह, गांगुली, कटहा, छेकराहा, हड़बोड़ा, सिंगहा, बलगंगवा, मनियारी आदि पहाड़ी नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है. वही आसपास के गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.

By Prabhat Khabar | September 25, 2020 12:11 AM

गौनाहा/साठी : गौनाहा अंचल क्षेत्र में चार दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश होने से पहाड़ी नदियां उफान पर हैं. पहाड़ी नदियों में बाढ़ आने से पंडई, दोहरम, द्वारदह, गांगुली, कटहा, छेकराहा, हड़बोड़ा, सिंगहा, बलगंगवा, मनियारी आदि पहाड़ी नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है. वही आसपास के गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.

नदियों के किनारे बसे कैरी, मनीटोला, बैराटवा, मुरली भरहवां, पिपरा, सिट्ठी, मरजदी, सेरवा-मस्जिदवा, हरदी आदि गांव के लोगों का नींद हराम गया है. लोग रात भर रतजगा कर रहे है. बाढ़ का पानी कभी भी गांव में घुस सकता है और जान-माल की भारी क्षति हो सकती है.

लगातार मूसलाधार बारिश होने से प्रखंड वासियों को 12 अगस्त 2014 का प्रलयंकारी बाढ़ की याद गहरा होता जा रहा है. इधर साठी में पंडई नदी खतरे के निशान को पार कर गई है और नदी का पानी खेतों में समा गया है. किसान अरविंद राय, महाबल यादव, जहांगीर खां, अरुण राय, शेख मिस्टर आदि ने बताया कि बाढ़ की पानी और लगातार हो रही बारिश से रात की नींद गायब हो गई है लेकिन बारिश रुकने का नाम नहीं ले रहा है.

पंडई पुल से परसौनी जाने वाली मुख्य सड़क का कटाव नदी द्वारा जारी है. जिससे दर्जनों गांवों के लोगों का आवागमन है. इसे लेकर कई बार अधिकारियों से बात की गई. अब फसल बर्बाद के साथ आवागमन भी बाधित हो जाएगा. अधिकारी कटाव स्थल का निरीक्षण कर वापस चले जाते हैं और फिर मामला जस का तस बना हुआ है. आपदा प्रबंधन द्वारा कुछ काम करा कर आज तक अधूरा छोड़ दिया गया है.

posted by ashish jha

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