लूट के 31 हजार आठ सौ रुपये के साथ तीन अपराधी गिरफ्तार
मटिहानी थाना क्षेत्र खरीदी मोड़ के समीप 10 सितंबर को सीएसपी संचालक विपिन कुमार से दिनदहाड़े हुई लूट मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया.
बेगूसराय. मटिहानी थाना क्षेत्र खरीदी मोड़ के समीप 10 सितंबर को सीएसपी संचालक विपिन कुमार से दिनदहाड़े हुई लूट मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया. इस मामले में तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. जबकि गिरोह के एक सरगना सहित चार अपराधी फरार हैं. जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है. शनिवार को अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में सदर-वन डीएसपी आनंद कुमार पांडेय ने बताया कि 10 सितंबर को खरीदी मोड़ बाबा स्थान के समीप बदमाशों ने दिनदहाड़े वृंदावन स्थित सीएसपी सेंटर के संचालक विपिन कुमार से 2 लाख 39 हजार कैश, लैपटॉप, डिवाइस एवं चेक बुक आदि लूट लिया था. मामले के उदभेदन के लिए एसपी के निर्देश पर मेरे नेतृत्व में विशेष टीम बनाई गई थी. टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरा, टेक्निकल सर्विलांस और सूचना के आधार पर इस मामले में शामिल एक अपराधी तेघड़ा थाना क्षेत्र के मरसैती गांव के रहने वाले अमित कुमार को गिरफ्तार किया गया. उसने पूछताछ में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली तथा छह लोगों के साथ मिलकर लूट की घटना को अंजाम देने की बात कही. अमित के पास से 31 हजार आठ सौ रुपए एवं घटना के समय पहना गया कपड़ा बरामद किया गया. उसके बाद गिरोह के दो सरगना में से एक लाखो थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव के रहने वाले बबलू महतो उर्फ अखिलेश कुमार को लूट में प्रयुक्त अपाचे मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया गया. इसके साथ ही लूट में शामिल जगदीशपुर गांव के ही रहने वाले कुंदन महतो को गिरफ्तार किया गया. इन लोगों के निशानदेही पर लूटा गया बैग, आई कार्ड, पंजाब नेशनल बैंक का एक वॉल्यूम चेक बुक, पासबुक, एक देसी कट्टा एवं गोली बरामद किया गया है. घटना में शामिल गिरोह के एक अन्य सरगना सहित चार बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. डीएसपी ने बताया कि यह लोग पेशेवर अपराधी हैं. सात लोगों का गैंग है जो सीएसपी संचालकों को मौका देखकर लूट एवं रोड डकैती की घटना को अंजाम देता है. जून में भी इस गैंग द्वारा लोहिया नगर थाना क्षेत्र में सीएसपी संचालक से 5 लाख 25 हजार रुपया लूट लिया गया था. दोनों मामलों के सीसीटीवी फुटेज का मिलान किया गया तो कपड़ा और फोटो सभी मिल गया है. डीएसपी ने बताया कि यह लोग लूट की घटना को अंजाम देने के बाद एक-डेढ़ महीने के लिए शांत हो जाते थे. इसके बाद फिर से घटना को अंजाम दिया जाता था. विशेष टीम में डीएसपी आनंद कुमार पांडेय के अलावे डीआइयू के शैलेंद्र कुमार, बैजनाथ सिंह, राजेश कुमार एवं मटिहानी थानाध्यक्ष संजीव कुमार पुलिस टीम के साथ शामिल थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
