मां, मातृभूमि और मातृभाषा का नहीं है कोई विकल्प : विजय
हिंदी पखवारा पाठशाला माय सेकंड होम शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास उत्तर बिहार के संयुक्त तत्वावधान में हर्रख के प्रांगण में सभी बच्चे एवं शिक्षकों ने बड़े धूमधाम से मनाया.
बेगूसराय. हिंदी पखवारा पाठशाला माय सेकंड होम शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास उत्तर बिहार के संयुक्त तत्वावधान में हर्रख के प्रांगण में सभी बच्चे एवं शिक्षकों ने बड़े धूमधाम से मनाया. इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में पाठशाला हर्रख के संरक्षक विजय कुमार (सीनेट सदस्य ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय) भी उपस्थित थे.उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए हिंदी दिवस के महत्व को समझाया तथा उन्होंने यह भी कहा कि मां, मातृभूमि और मातृभाषा का कोई विकल्प नहीं है. उन्होंने भारत का नाम केवल भारत ही रखने पर भी जोड़ दिया. उन्होंने बताया हमारे आम जीवन में कितनी सरलता से हिंदी में काम चल जाता है अगर हम यहां दूसरी भाषा का प्रयोग करते हैं तो मुझे और असहज महसूस होता है. हिंदी से अपनापन महसूस होता है.शिक्षक रामकुमार सिंह ने बताया कि 14 सितंबर हिंदी दिवस पखवाड़ा के अवसर पर बच्चों के द्वारा प्रत्येक दिन अलग-अलग तरीके से कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसके अंतर्गत भाषण प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता, चित्र लेखन प्रतियोगिता, हस्ताक्षर अभियान, हिंदी काव्य पाठ प्रतियोगिता कर बच्चों को हिंदी के प्रति जागरूक करने का आह्वान किया गया.19 सितंबर को छात्र एवं छात्राये जिसमें खुशी रानी ,कली कुमारी, निधि कुमारी, दीप रतन कुमार ,केशव कुमार, हंसराज, मोहित कुमार,स्वास्तिक कुमारी,अंजली कुमारी, खुशी गुप्ता ,रानी कुमारी, हर्ष कुमार ,आदित्य कुमार के बीच पारितोषिक वितरण कर समापन किया गया. इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षिका मुस्कान भारती, वर्षा कुमारी, चाहत कुमारी, स्वीटी कुमारी, सावित्री कुमारी का योगदान बहुत ही सराहनीय रहा.
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