सिमरिया में रथयात्रा निकाल श्रद्धालुओं ने लगायी आस्था की डुबकी
जगन्नाथपुरी में चल रहे महाकुंभ स्नान के अवसर पर बुधवार को सर्वमंगला के अधिष्ठाता स्वामी चिदात्मन जी महाराज के नेतृत्व में सिमरियाधाम के गंगा तट पर सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने पवित्र गंगा स्नान किया.
बीहट. जगन्नाथपुरी में चल रहे महाकुंभ स्नान के अवसर पर बुधवार को सर्वमंगला के अधिष्ठाता स्वामी चिदात्मन जी महाराज के नेतृत्व में सिमरियाधाम के गंगा तट पर सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने पवित्र गंगा स्नान किया. इसके पूर्व स्वामी चिदात्मन जी महाराज के सान्निध्य में सिद्धाश्रम सिमरिया से गोविंद हरे गोपाल हरे की जय घोष के साथ निकली श्रद्धालुओं की रथ यात्रा पूरे सिमरिया धाम क्षेत्र का परिक्रमा करते हुए द्वादश कुंभ स्नान बनाने के लिए राम जानकी घाट पर पहुंची थी. इस मौके पर स्वामी चिदात्मन जी महाराज ने कहा कि वेद समस्त ज्ञान-विज्ञान का मूल उत्स है. राम राज्य में वैदिक संपदाओं के कारण किसी प्रकार का भय नहीं था.वेद में सूर्य,चंद्र और गुरु का महत्व अति विशिष्ट है.उन्होंने कहा सूर्य ही जगत की आत्मा है.सूर्य से ही ब्रह्मांड उत्सर्जित है.भारत का इतिहास अरबों वर्ष प्राचीन है. मंत्र, तीर्थ, देव, द्विज, संतों में भावना की ही प्रधानता है. शास्त्र अनुसार बारह राशियों पर सूर्य एक-एक महीना रहते हैं जिसे शौर्य मास यानी की संक्रांति कहते हैं और चंद्रमा का समय लगभग ढाई दिनों तक रहता है. बृहस्पति प्रत्येक राशि पर एक वर्ष रहते हैं जब एक ही राशि पर इन तीनों का योग होता है तो वह शास्त्र अनुसार कुंभ योग कहलाता है.जो लोग आज के कुंभ योग में जगन्नाथ धाम में स्नान नहीं बना सके वह द्वादश नाम से प्रसिद्ध मिथिला के सिमरिया धाम में गंगा स्नान कर पुण्य के भागी बन गये. मौके पर रविंद्र ब्रह्मचारी, दिनेश प्रसाद सिंह, मीडिया प्रभारी नीलमणि, नवीन सिंह, डॉ घनश्याम झा, डॉ विजय झा, सत्यानंद, तरुण कुमार, विपिन कुमार, आचार्य नारायण झा, पं रमेश झा, राम झा, श्याम झा, लक्ष्मण झा, संजय सिंह, पवन कुमार, निपेनद्र सिंह, पप्पू त्यागी, गौरी शंकर सिंह आदि मौजूद थे.
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