जेल में बंद कैदी की संदिग्ध स्थिति में मौत, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलेगा राज

बेगूसराय जेल में बंद समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र स्थित चक बिदुलिया गांव के रहने वाले योगेंद्र साह के पुत्र दिलखुश कुमार (22 वर्ष) की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गयी.

By MANISH KUMAR | October 9, 2025 10:04 PM

बेगूसराय. बेगूसराय जेल में बंद समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र स्थित चक बिदुलिया गांव के रहने वाले योगेंद्र साह के पुत्र दिलखुश कुमार (22 वर्ष) की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गयी. जेल प्रशासन ने गुरुवार को मौत की सूचना मृतक के परिजनों को दी. दिलखुश हत्या के आरोप में 2023 से जेल में बंद था. जानकारी के अनुसार 2022 में समस्तीपुर-बरौनी रेलखंड पर तेघड़ा स्टेशन के नजदीक दलसिंहसराय निवासी राजीव कुमार उर्फ कुंदन की ट्रेन से गिरकर मौत हो गयी थी. मौत उस समय हुई थी जब राजीव अपनी पत्नी स्वीटी के साथ ससुराल भागलपुर जिले के थाना बिहपुर जा रहा था. राजीव के परिजनों ने आरोप लगाया था कि स्वीटी ने अपने गांव के भांजेचक बिदुलिया गांव के रहने वाले दिलखुश कुमार से प्यार करती है. इसी प्रेम प्रसंग के कारण उसने अपने प्रेमी दिलखुश के सहयोग से पति राजीव कुमार को ट्रेन से धक्का देकर मार दिया था. इस मामले में स्वीटी एवं दिलखुश दोनों 2023 से बेगूसराय जेल में बंद थे. फरवरी 2025 में स्वीटी जमानत पर बाहर निकली और दिलखुश जेल में ही था. अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गयी, तो जेल प्रशासन द्वारा उसे सदर अस्पताल भेजा गया. जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. मौत के बाद जेल प्रशासन द्वारा मृतक के परिजनों को सूचना दी गयी. मृतक के बड़े भाई ने स्वीटी को फोन किया. स्वीटी अस्पताल पहुंची, जहां की थोड़ी देर विलाप करने के बाद वह अस्पताल से चली गयी. स्वीटी का कहना है कि मेरे पति की ट्रेन से गिरकर मौत हुई थी. लेकिन प्रेम-प्रसंग का आरोप लगाते हुए मुझे और दिलखुश पर हत्या करने का आरोप लगाया था. इसके बाद दोनों बेगूसराय जेल में थे. मामला कोर्ट में था. हादसे में मौत की रिपोर्ट आने के बाद हम बेल पर बाहर निकले और एक महीना बाद जजमेंट होने वाला था. तब दिलखुश भी जेल बाहर निकलता. इसी दौरान मौत हो गयी. दिलखुश के गले पर दाग है, यह स्वाभाविक मौत नहीं है. फिलहाल इस संबंध में जेल प्रशासन कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. जेल के सूत्र बताते हैं कि पिछले कुछ दिनों से दिलखुश जेल में प्रताड़ित किया जा रहा था. खाना में परेशानी हो रही थी, इसको लेकर उसने आवाज उठायी, तो रात में जेल के अंदर ही उसे मार दिया गया. फिलहाल मजिस्ट्रेट की निगरानी में डॉक्टरों की टीम द्वारा पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. परिजनों के आने और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कारण का खुलासा हो सकेगा.

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