मां ने नवजात बच्चे को मिट्टी में दफनाया, फुलवड़िया थाना पुलिस की तत्परता से बची जान
फुलवड़िया थाना क्षेत्र अंतर्गत राजेंद्र रोड बरौनी में स्थित चिल्ड्रेन एंड नर्सिंग हॉस्पिटल में रविवार को उस वक्त अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गया.
बरौनी. फुलवड़िया थाना क्षेत्र अंतर्गत राजेंद्र रोड बरौनी में स्थित चिल्ड्रेन एंड नर्सिंग हॉस्पिटल में रविवार को उस वक्त अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गया. जब उक्त निजी अस्पताल से इलाजरत मासूम का अचानक गायब हो जाने का मामला प्रकाश में आया और पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी. उक्त मामले के बारे जब फुलवड़िया थाना पुलिस को जानकारी मिली. तो फुलवड़िया थानाध्यक्ष दिवाकर कुमार सिंह के निर्देश पर ड्यूटी पर तैनात पुलिस पदाधिकारी गौतम कुमार के तत्परता से मासूम बच्चे की जान बच सकी. घटना बेहद चौंकाने वाली है. जानकारों के मुताबिक कलयुगी मां ने नवजात मासूम बच्चे को मिट्टी में दफनाने की साजिश रची थी. उक्त घटना का छानबीन में पहुंचे पुलिस पदाधिकारी गौतम कुमार को स्थानीय लोगों ने बताया कि नौ अप्रैल को बारो निवासी मो शाहिद की लगभग 25 वर्षीय गर्भवती पत्नी यासमीन खातून निजी अस्पताल में भर्ती हुई थी. उसने एक मासूम स्वस्थ लड़का को जन्म दिया और मासूम बच्चे को चिकित्सक की देखरेख में रखा गया था. रविवार को दूध पिलाने के लिए अस्पताल कर्मी ने मासूम शिशु को उसकी मां को दिया. इसके बाद यह घटना घटित हुई. फुलवड़िया थाना पुलिस के द्वारा पूरे मामले की गहनता से छानबीन की जा रही है. वहीं जाको राखे साइयां मार से न कोई वाली कहावत इस घटना में चरितार्थ होती देखी गयी और मासूम बच्चे को दफनाने के बाद पुलिस पदाधिकारी गौतम कुमार की तत्परता से बगराहाडीह सड़क के पास नगर परिषद बरौनी वार्ड 13 में दफनाये हुए मासूम बच्चे को मिट्टी के नीचे से जीवित निकाला गया. फुलवड़िया थाना पुलिस के इस सराहनीय प्रयास का पूरे इलाके में चर्चा है. वहीं लोग निजी अस्पताल कर्मी के कार्यशैली पर भी सवाल उठा रहे हैं. घर से गायब मूकबधिर बालक के साथ अज्ञात लोगों ने की मारपीट बखरी. बखरी थाना क्षेत्र के डरहा पुल के समीप अज्ञात लोगों द्वारा एक मूकबघिर लड़का को मारपीट कर घायल कर दिये जाने का मामला सामने आया है. जिसकी पहचान परिहारा थाना क्षेत्र के मलकुआ गांव निवासी शिवचंद्र महतो का लगभग 12 वर्षीय मूक बधिर पुत्र सूरज महतो के रूप में की गयी है. इस बाबत पीड़ित पिता ने परिहारा थाना को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है. आवेदन में पिता ने बताया कि उसके पुत्र बीते 11 अप्रैल से गायब था. जो आंख, कान और मुंह से मूक बधिर है. इस बीच अपने स्तर से सभी सगे संबंधियों व कई जगहों पर खोजबीन किया गया. लेकिन कही अता पता नहीं चल पाया. इस बीच किसी ने बताया कि आपका लड़का डरहा पुल के पास घायल अवस्था में पड़ा हुआ है. वहां पहुंचने पर उसने इशारा में बताया कि अज्ञात लोगों के द्वारा बुरी तरह मारपीट कर छोड़ दिया. इसके बाद परिजनों ने उसे इलाज के लिए निजी क्लिनिक में भर्ती कराया है. इधर इस घटना से ग्रामीणों में आक्रोश देखे गये हैं. स्थानीय ग्रामीण चंदा कर बच्चे का इलाज करवा रहे हैं.
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