श्रीमद्भागवत कथा सुनने के लिए उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़
प्रखंड मुख्यालय के वीरपुर पश्चिम पंचायत स्थित हाथी घर के समीप नौ दिवसीय श्रीमदभागवत कथा के तीसरे दिन श्रद्धालुओं की भीड़ उमड पडी.
वीरपुर. प्रखंड मुख्यालय के वीरपुर पश्चिम पंचायत स्थित हाथी घर के समीप नौ दिवसीय श्रीमदभागवत कथा के तीसरे दिन श्रद्धालुओं की भीड़ उमड पडी. भागलपुर से आयी किशोरी वैदेही शरण जी महाराज ने श्रीमदभागवत कथा का शुभारम्भ शुकदेव जी के जन्म से आरम्भ किया. उन्होंनेे शंकर जी पार्वती संवाद में पार्वती जी को नींद आ गयी और एक सुग्गा (शुक ) का बच्चा उस संवाद में शामिल हो गई. इससे शंकर जी कुपित होकर शुक के बच्चे को मारने के उद्देश्य से उसका पीछा किया वो शुक का बच्चा अपनी जान बचाने के लिए भागते हुए महर्षि व्यास जी आश्रम में पहुंच कर उनकी पत्नी डिबिका के मुंह में समा गया और मुंह के रास्ते गर्भ में चला गया और महर्षि व्यास जी की पत्नी डिंबिका के गर्भ से बारह वर्षों के बाद जन्म लिए. वे ही बालक शुकदेव जी के नाम से प्रसिद्ध हुए उक्त बाते किशोरी वैदेही शरण जी महाराज ने अपने प्रवचन कही.यह कथा सुनकर हजारों श्रद्धालु भावविभोर हो गये. इस अवसर पर पूर्व मुखिया पंकज कुमार, रणजीत पंडित, टुनटुन पंडित, कैलाश राय, शिवजी शर्मा, अधिवक्ता धन्नजय कुमार, शिक्षक प्रभात कुमार, पैक्स अध्यक्ष प्रमोद चौधरी, सेवक पंडित सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे.
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