Begusarai Shootout : आपराधिक घटनाओं के लिए चर्चित रहा बेगूसराय अपराधियों की गोलीबारी से थर्राया

बछवाड़ा से चकिया तक 30 किलोमीटर से अधिक की दूरी तक अपराधी जहां-तहां गोली चलाते रहे और 11 लोगों को गोली मारते रहे. जिससे हर ओर हड़कंप मचा हुआ है, विभिन्न निजी अस्पताल एवं बेगूसराय सदर अस्पताल में लोगों की भीड़ जुटी हुई है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 13, 2022 10:47 PM

बेगूसराय. बिहार में सबसे पहले एके-47 का उपयोग करने, सबसे पहले जेल ब्रेक और बूथ लूट के लेकर चर्चित रहा बेगूसराय अपने समय की आपराधिक राजधानी रहा, लेकिन मंगलवार की शाम यहां एक घंटा तक अपराधी ने जो तांडव मचाया, उसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी. बछवाड़ा से चकिया तक 30 किलोमीटर से अधिक की दूरी तक अपराधी जहां-तहां गोली चलाते रहे और 11 लोगों को गोली मारते रहे. जिससे हर ओर हड़कंप मचा हुआ है, विभिन्न निजी अस्पताल एवं बेगूसराय सदर अस्पताल में लोगों की भीड़ जुटी हुई है.

मामले की हो रही छानबीन 

एसपी योगेंद्र कुमार घटनास्थल गोधना पहुंचकर मामले की छानबीन में जुटे हुए हैं. सीसीटीवी की छानबीन कर मिले इनपुट के आधार पर पूरे जिला में नाकेबंदी कर छापेमारी चल रही है. एसपी ने नौ लोगों के घायल होने एवं एक के मौत की पुष्टि की है. इधर घटना की जानकारी मिलते ही बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री ने अधिकारियों से बात कर घटना पर दुख जताते हुए, तुरंत एक्शन लेने को कहा है.

मृतक के परिजन से मिलने जाएंगे गिरिराज सिंह

बुधवार को गिरिराज सिंह बेगूसराय आकर मृतक के परिजन एवं घायलों से अस्पताल जाकर मिलेंगे तथा अपराध की समीक्षा करेंगे. सोशल मीडिया के माध्यम से लोग इसे जंगलराज रिटर्न बताते हुए केंद्रीय पुलिस बल के नियुक्ति की मांग कर रहे हैं. गिरिराज सिंह के प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर लगातार घटना का अपडेट लेते हुए सदर अस्पताल में जुटे हुए हैं.

Also Read: बेगूसराय में फिल्मी अंदाज में अपराधियों का खूनी तांडव, छह से अधिक थानों की पुलिस बनी रही मूकदर्शक
पुलिस पर उठ रहे सवाल 

अमरेंद्र कुमार ने कहा है कि उनको गोधना से लेकर थर्मल तक अपराधी ने ताबड़तोड़ गोलीबारी की. पिपरा में इलेक्ट्रिक इंजीनियर चंदन कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी. बेगूसराय में जंगलराज आ गया है, अपराधी बेखौफ हैं, यदि 30 किलोमीटर तक हथियार से लैस अपराधी खुले आम चल कर निर्दोष को गोली मार रहे थे तो पुलिस और गश्ती दल कहां थी. यह घटना बताता है कि निकम्मी पुलिस प्रशासन सोई हुई थी और अपराधी 30 किलोमीटर तक नंगा नाच करते रहे, यह नहीं चलेगा. बिहार में अपराध और लॉ एंड ऑर्डर स्टेट का मामला होता है, यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी है. लेकिन बिहार में तीन महीने में 6.1 प्रतिशत अपराध सिर्फ हत्या में बढ़ा है और सरकार को इसका जवाब देना होगा.

Next Article

Exit mobile version