नो इंट्री में भी प्रवेश कर रहे वाहन

बिहिया : नगर स्थित मेन रोड में प्रशासन द्वारा जारी वाहनों की नो इंट्री का फरमान पूरी तरह से बेअसर दिख रहा है. आलम यह है कि नवोदय चौक से लेकर डाकबंगला चौक तक छोटे-बड़े वाहन रोजाना आराम से प्रवेश कर रहे हैं, जिससे पूरे दिन बाजार में जाम की स्थिति से लोगों को जूझना […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 21, 2017 5:04 AM

बिहिया : नगर स्थित मेन रोड में प्रशासन द्वारा जारी वाहनों की नो इंट्री का फरमान पूरी तरह से बेअसर दिख रहा है. आलम यह है कि नवोदय चौक से लेकर डाकबंगला चौक तक छोटे-बड़े वाहन रोजाना आराम से प्रवेश कर रहे हैं, जिससे पूरे दिन बाजार में जाम की स्थिति से लोगों को जूझना पड़ रहा है.

लोग घंटों जाम में फंस कर रेंगने पर विवश हो रहे हैं. जाम के कारण वाहनों की कौन कहे, पैदल चलने वाले लोगों को भी भारी परेशानियां झेलनी पड़ रही है. मालूम हो कि बिहिया-जगदीशपुर मेन रोड स्थित रेलवे क्राॅसिंग संख्या 53ए पर ओवरब्रिज का निर्माण कार्य चल रहा है. निर्माण कार्य निर्बाध रूप से चलता रहे, इसको लेकर प्रशासन द्वारा मेन रोड में नो इंट्री लगाया गया है, जिसमें छोटे-बड़े सभी प्रकार के वाहनों का बाजार में प्रवेश दिन के समय पूरी तरह से वर्जित है. स्थानीय प्रशासन द्वारा नो इंट्री का बोर्ड भी लगवाया गया है. दिन के समय वाहनों को बाइपास होकर आने-जाने की हिदायत दी गयी है.
परंतु बस को छोड़ कर ट्रक, ऑटो, पिकअप व अन्य वाहन प्रशासन के नो इंट्री के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए आसानी से बाजार में प्रवेश कर जा रहे हैं, जिससे हर समय जाम लगा रहता है.
ओवरब्रिज का निर्माण कार्य भी हो रहा प्रभावित : मेन रोड में लगने वाले जाम के कारण ओवरब्रिज का निर्माण कार्य भी प्रभावित हो रहा है. संबंधित निर्माण एजेंसी का कहना है कि अगर बाजार में वाहनों का नियमानुसार प्रवेश न हो, तो वे काफी तेजी से कार्य कर निर्धारित समय से पूर्व ही आरओबी को चालू कर सकते हैं.
मेन रोड में रोजाना लग रहे जाम से जुझ रहे हैं लोग
स्थानीय प्रशासन की शिथिलता से परेशानी झेल रहे नागरिक
ऑटोचालकों की वजह से भी होती है परेशानी
स्थानीय लोगों का कहना है कि जाम लगने में सबसे बड़ा कारण ऑटो का बाजार में प्रवेश करना है, जो कि सड़क पर ही लगा कर सवारियों का इंतजार करने लगते हैं. हालांकि स्थानीय पुलिस द्वारा दो-तीन बार कई ऑटोचालकों पर जुर्माना लगाया जा चुका है फिर भी ऑटोचालक अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं. प्रशासन की शिथिलता का लाभ उठाकर वाहन संचालक आसानी से बाजार में प्रवेश कर रहे हैं, जिसका खामियाजा रोजाना ही लोगों को भुगतना पड़ रहा है.

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