पेट भरने को घर छोड़ कर गये थे परदेस

बेगूसराय : जिले के खोदावंदपुर प्रखंड की बाड़ा पंचायत के वार्ड नंबर आठ में रहनेवाला विश्वनाथ धमिया गरीबी के चलते पूरे परिवार के साथ परदेस कमाने चला गया. इसी दौरान वह आंध प्रदेश पहुंच गया. परिवार में लगभग 15 लोग साथ थे. तंगी के कारण उनके लिए किराये के मकान में रहना संभव नहीं था. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 23, 2017 5:18 AM

बेगूसराय : जिले के खोदावंदपुर प्रखंड की बाड़ा पंचायत के वार्ड नंबर आठ में रहनेवाला विश्वनाथ धमिया गरीबी के चलते पूरे परिवार के साथ परदेस कमाने चला गया. इसी दौरान वह आंध प्रदेश पहुंच गया. परिवार में लगभग 15 लोग साथ थे. तंगी के कारण उनके लिए किराये के मकान में रहना संभव नहीं था. इसलिए ये तंबू गाड़

पेट भरने को घर छोड़ कर गये…
कर रहने लगे और पेट भरने के लिए फेरी व मधु निकालने का काम करने लगे. एक माह पूर्व ही ये लोग गांव से गये थे. अब वे घर लौट रहे थे. इनकी योजना थी कि घर के आसपास ही रोजी-रोटी तलाशेंगे. लेकिन, रास्ते में ही ट्रेन हादसे के शिकार हो गये. इसकी सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में ग्रामीण इनके घर पर पहुंचे. घर का दरवाजा तो बंद था, लेकिन घर के बरामदे में बनाया गया चूल्हा घर के लोगों का बेसब्री से इंतजार कर रहा है. सबों के मुंह से यही आवाज निकल रही थी कि अब घर के इस चूल्हे को कौन जला पायेगा.
तीन माह में तीन बड़े हादसे
20 नवंबर 2016 : कानपुर के पास पुखरायां में इंदौर-पटना एक्स बेपटरी, 150 से ज्यादा की मौत .
27 दिसंबर 2016: कानपुर के रूरा स्टेशन के पास अजमेर-सियालदह एक्स बेपटरी, 52 घायल.

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